अपडेटेड September 27th 2024, 21:32 IST
Pakistan in UNGA: एक कहावत है कि कुत्ते की दुम को 12 साल तक पाइप में डालकर जमीन में दबा दिया जाए और फिर उसे निकाला जाए वो फिर भी सीधी नहीं होती है, वो टेढ़ी की टेढ़ी ही रहती है। ऐसा ही कुछ हाल हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ( Pakistan ) का है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में एक बार फिर कश्मीर राग अलापा है। शहबाज ने अपने संबोधन में जम्मू-कश्मीर ( Jammu and Kashmir ) के मुद्दे को उठाया और कहा कि भारत को अनुच्छेद 370 (Article 370) को हटाने के फैसले को वापस लेना चाहिए और मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए पाकिस्तान से बात करनी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में अपने संबोधन में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने जम्मू कश्मीर का मुद्दा उठाया साथ ही अनुच्छेद 370 और आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी का संदर्भ दिया। कश्मीर के बारे में विस्तार से बात करते हुए कहा कि ‘‘फलस्तीन के लोगों की ही तरह जम्मू कश्मीर के लोगों ने भी अपनी आजादी और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए एक सदी तक संघर्ष किया है।’’
कश्मीर के मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत शुरू करनी होगी- शहबाज शरीफ
शरीफ ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के भारत के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए ‘‘ भारत को अगस्त 2019 के एकतरफा और अवैध कदमों को वापस लेना होगा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों तथा कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुरूप जम्मू कश्मीर के मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत शुरू करनी होगी।’’
शहबाज शरीफ ने भारत पर लगाए मनगढंत आरोप
शरीफ ने आरोप लगाया कि शांति की दिशा में आगे बढ़ने के बजाय भारत जम्मू-कश्मीर पर सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों को लागू करने की अपनी प्रतिबद्धताओं से पीछे हट गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘इन प्रस्तावों में जम्मू-कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय के अपने मौलिक अधिकार का प्रयोग करने में सक्षम बनाने के लिए जनमत संग्रह कराने की बात कहीं गई है।’’
पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा भारत
वैसे तो पाकिस्तान हर बार ही कश्मीर के मुद्दे पर भारत से मुंह की खाता है। ऐसे में एक बार फिर उम्मीद जताई जा रही है कि भारत उत्तर देने के अपने अधिकार के तहत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा। पाकिस्तान बार-बार संयुक्त राष्ट्र के मंचों पर जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाता है और अपनी इंटरनेशनल बेइज्जती करवाता है। भारत का रुख स्पष्ट है कि पूरा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न हिस्सा थे, हैं और रहेंगे।
(इनपुट- पीटीआई-भाषा)
पब्लिश्ड September 27th 2024, 21:32 IST