अपडेटेड 3 October 2025 at 11:04 IST

Pakistan: पत्रकारों को पीटा, घसीटा, कैमरे तक तोड़े... PoK में फायरिंग के बाद अब इस्लामाबाद प्रेस क्लब में शहबाज की पुलिस की बर्बरता

Police Attack on Islamabad Press Club: पहले PoK में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पाकिस्तानी सेना ने गोलियां चलाई, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। अब इस्लामाबाद प्रेस क्लब में हमले की घटना सामने आई है। पुलिस ने प्रेस क्लब में घुसकर पत्रकारों संग मारपीट की।

islamabad press club police attack
islamabad press club police attack | Image: X

Pakistan news: पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मी (PoK) में हालात बेकाबू हो गए हैं। यहां विद्रोह की आग फैल चुकी है। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। शहबाज सरकार इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए हदें पार कर चुकी है। पहले आर्मी चीफ असीम मुनीर की सेना ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलवा दी, जिसमें 14 लोगों की मौत हुई। वहीं, अब इस्लामाबाद प्रेस क्लब में घुसकर शहबाज की पुलिस ने पत्रकारों संग मारपीट की है।

प्रेस क्लब में घुसी पुलिस

गुरुवार (2 अक्टूबर) को इस्लामाबाद पुलिस ने नेशनल प्रेस क्लब (NPC) पर बर्बर हमला किया है। प्रेस क्लब के अंदर घुसकर पुलिस ने पत्रकारों संग मारपीट की, उन्हें घसीटा और उनके कैमरे तक तोड़ दिए। इसके कुछ वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें पुलिस की क्रूरता देखने मिल रही है। हमले की कड़ी निंदा हो रही है।

दरअसल इस्लामाबाद प्रेस क्लब में ये जो पत्रकारों पर हमला हुआ, वो PoK में बीते 6 दिनों से जारी विरोध प्रदर्शन से जुड़ा है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार PoK के वकील और एक्टिविस्ट्स प्रेस क्लब में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उन पर हमला कर दिया। उनके साथ पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया।

नकवी ने दिए जांच के आदेश

पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने प्रेस क्लब पर हमले की निंदा करते हुए जांच और जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने मामले में जांच के आदेश दिए। नकवी ने एक बयान में कहा, "पत्रकार समुदाय के खिलाफ हिंसा किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।" उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस्लामाबाद के महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।

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पाकिस्तानी पत्रकारों मनाएंगे ‘काला दिवस’

वहीं, इस घटना को लेकर पाकिस्तान पत्रकार संघ ने काला दिवस मनाने की घोषणा की है। पाकिस्तान फेडरल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (PFUJ) के अध्यक्ष अफजल बट ने कहा, "यह सिर्फ इस्लामाबाद प्रेस क्लब का मामला नहीं है। पूरे पाकिस्तान के प्रेस क्लबों का मानना ​​है कि अगर वे इस सबसे बुरी घटना को नजरअंदाज करते हैं, तो कल यह कराची, लाहौर, पेशावर या क्वेटा ऐसी घटना हो सकती है।

बट ने इस छापे को "पाकिस्तान के इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक" बताते हुए कहा कि पत्रकार देश भर के प्रेस क्लबों पर काले झंडे फहराएंगे। नेशनल प्रेस क्लब पर हमला मीडिया की आजादी पर हमला था।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 3 October 2025 at 11:04 IST