अपडेटेड 3 September 2025 at 07:47 IST
'टब में भर कर रख लो...', पाकिस्तानी आवाम के लिए कुदरत का कहर बना बाढ़ तो रक्षा मंत्री ने बताया अल्लाह की नेमत; अजीबोगरीब बयान Viral
पाकिस्तान में बाढ़ को लेकर रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का अजीबोगरीब बयान सामने आया, जो जमकर वायरल हो रहा है। बाढ़ का पानी आवाम के लिए कुदरत का कहर बना हुआ है, वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री इसे अल्लाह के नेमत बता रहे।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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पाकिस्तान में बाढ़ ने त्राहिमाम मचा रखा है। वहां की आवाम के लिए बाढ़ का पानी कुदर का कहर बना हुआ है। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वहीं पाकिस्तानी रक्षा मंत्री की जमकर ट्रोलिंग भी हो रही है। एक तरफ पाकिस्तान में लोग बाढ़ के पानी की वजह से परेशान हैं, तो वहीं पाकिस्तानी रक्षा मंत्री इसे अल्लाह की नेमत बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी न्यूज चैनल का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक तरफ न्यूज एंकर है, तो वही आसिफ ख्वाजा फोनो पर जुड़े हैं और बाढ़ को लेकर बातचीत कर रहे हैं। वहीं बीच में स्क्रिन पर पाकिस्तान में बाढ़ की स्थिति साफ नजर आ रही है। दरअसल, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कुदरत के कहर को अल्लाह की नेमत बताया।
पानी को स्टोर करके रख लें: आसिफ ख्वाजा
उन्होंने कहा, "ये जो पानी है उसको स्टोर कर लेना। जो लोग सड़क ब्लॉक करके बैठे हुए थे, वो अपने घर ले जाएं। ये जो सारा का सारा पानी है और स्टोर कर लें।" रक्षा मंत्री यहीं नहीं रुकते हैं। आगे वह कहते हैं, "ये जो पानी है उसे स्टोर करके, हमें आशीर्वाद की शक्ल देनी चाहिए। उसके लिए बड़े डैम जो हो सकते हैं 8-10 लगे, वो भी बनने चाहिए।"
जमकर ट्रोल हो रहे पाकिस्तानी रक्षा मंत्री
हालांकि, रिपब्लिक भारत इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन सोशल मीडिया पर फिलहाल यह तेजी से वायरल हो रहा है। ऐसे समय में जब देश की आवाम त्रासदी की मार झेल रही है, पाकिस्तानी रक्षामंत्री का असंवेदनशील बयान वायरल हो रहा है। वीडियो पर लोगों के अलग-अलग रिएक्शन भी सामने आ रहे हैं।
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बाढ़ के कहर में 10,000 एकड़ खड़ी फसलें बर्बाद
पाकिस्तानी मीडिया एआरवाई न्यूज के अनुसार, सतलुज नदी में आई भीषण बाढ़ ने पाकिस्तान के बहावलनगर जिले में तबाही मचा दी है, जिससे सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं और वहां रहने वाले हजारों निवासी विस्थापित हो गए। जानकारी के अनुसार, सतलुज नदी के खतरनाक स्तर तक उफान पर होने के कारण चिश्तियां में भीषण बाढ़ आ गया है। नदी की तेज धाराओं ने तेजी से कटाव शुरू कर दिया है, जबकि मोतियावाला पट्टन और मोजा अजीम में सुरक्षात्मक तटबंध ढह गए। तटबंधों के टूटने से 100 से ज्यादा गांव जलमग्न और सैकड़ों घर तबाह हो गए। ARY न्यूज के अनुसार, लगभग 10,000 एकड़ खड़ी फसलें बह गई हैं, जबकि बस्तियों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें पानी में बह गई हैं, जिससे कई इलाकों तक पहुंच पाना मुश्किल हो गया है। गांवों के साथ कनेक्टिविटी पूरी तरह से टूट गई। अधिकारियों की रिपोर्ट है कि 80 प्रतिशत से ज्यादा प्रभावित आबादी और पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 3 September 2025 at 07:33 IST