अपडेटेड May 8th 2025, 15:13 IST
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में मंगलवार-बुधवार की रात भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर कर कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसमें 100 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है। अब अब ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सबसे बड़ी खबर सामने आई है। इस एयर स्ट्राइक में आतंकी रऊफ अजहर मारा गया है। रऊफ अजगर देश के दुश्मन नंबर 1 मसूद अजहर का भाई है और IC-814 प्लेन हाई जैक जिसे कंधार प्लेन हाई जैक के नाम से जाना जाता है उसका मास्टरमाइंड था। रऊफ अजहर के कारनामे सिर्फ यही तक सीमित नहीं रहे, इसने कई और नापाक हरकतों को अंजाम दिया। भारत ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ये मोस्ट वॉन्टेड था। कई देशों की निगाहें इस पर टिकी हुई थीं।
रऊफ अजहर, जैश-ए-मोहम्मद के करता-धरता मसूद अजहर का छोटा भाई है। ये भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी है। 1999 में भारतीय एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 के कंधार हाइजैक का मुख्य साजिशकर्ता यही था। 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली जा रही IC-814 को पांच आतंकवादियों ने हाइजैक कर लिया था और उसे पाकिस्तान, अमृतसर, दुबई होते हुए कंधार, अफगानिस्तान में स्थित तालिबान-नियंत्रित क्षेत्र में ले गए थे। इस हाइजैक का उद्देश्य जैश-ए-मोहम्मद के नेता मसूद अजहर, अहमद उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर की रिहाई था। इस ऑपरेशन की योजना रऊफ अजहर ने बनाई थी और वह इस साजिश में सक्रिय रूप से शामिल भी था। फिलहाल अब भारत ने मोस्ट वॉन्टेड को मार दिया है।
रऊफ अजहर का जन्म 1975 में हुआ था। बचपन से ही उसकी जिंदगी में ऐसा जहर घोला गया कि वह केवल 24 वर्ष की आयु में IC-814 हाइजैक की साजिश के मास्टरमाइंड बन गया था। जैश-ए-मोहम्मद में में उसकी अहम भूमिका थी। जब मसूद अजहर अपने खराब स्वास्थ के कारण गायब था तो जैश-ए-मोहम्मद के हर बड़े फैसले यही लेता था। ऐसे में इसने कई बड़ी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया और देखते ही देखते मोस्ट वॉन्टेड बन गया।
रऊफ के आतंक की लिस्ट
रऊफ असगर के खिलाफ इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था और इसके बाद भी वह पाकिस्तान में सक्रिय था। उसकी गतिविधियां भारत और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।
पब्लिश्ड May 8th 2025, 14:13 IST