अपडेटेड 29 September 2024 at 08:02 IST

'PoK खाली करें, नहीं सफल होगी आतंक नीति', UN में पाकिस्तान पर बरसे जयशंकर, दी चेतावनी

पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करें और आतंकवाद के साथ चले आ रहे लगाव को त्याग दें।

Jaishankar attacks Pakistan
जयशंकर की पाकिस्तान को खरी-खरी | Image: PTI

Jaishankar at UN on Pakistan : संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाने पर पाकिस्तान को भारत ने एक बार फिर लताड़ा है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के बयान पर पहले  भारतीय डिप्लोमैट भाविका मंगलनंदन ने उन्हें आईना दिखाया। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई।

UN जनरल असेंबली के 79वें सत्र को संबोधित करते हुए जयशंकर ने पाकिस्तान को चेतावनी दी और कहा कि सीमा-पार आतंकवाद की पड़ोसी देश की ‘नीति’ कभी सफल नहीं होगी। ऐसे कृत्यों के निश्चित तौर पर परिणाम देखने को मिलेंगे।

'पाकिस्तान की आतंक नीति नहीं होगी सफल'

जयशंकर ने कहा, ‘‘हमने कल इसी मंच पर कुछ अजीबो-गरीब बातें सुनीं। मैं भारत की स्थिति को पूरी तरह स्पष्ट कर देना चाहता हूं। पाकिस्तान की सीमा-पार आतंकवाद की नीति कभी सफल नहीं होगी और उसके सजा से बचने की कोई उम्मीद नहीं है। इसके विपरीत, कृत्यों के निश्चित रूप से परिणाम होंगे।’’

'बस PoK का मुद्दा सुलझाया जाना बाकी'

उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अब केवल एक ही मुद्दा सुलझाया जाना बाकी है। पाकिस्तान अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करें और आतंकवाद के साथ लंबे समय से चले आ रहे लगाव को त्याग दें।

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जयशंकर ने आगे पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि कई देश अपने नियंत्रण से परे परिस्थितियों की वजह पीछे छूट जाते हैं, लेकिन कुछ देश जानबूझकर ऐसे फैसले लेते हैं, जिनके परिणाम विनाशकारी होते हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान है।

'कर्मों का फल भुगत रहा पाकिस्तान'

उन्होंने कहा, ‘‘आज हम देख रहे हैं कि दूसरों पर जो मुसीबतें लाने की कोशिशें उसने (पाकिस्तान ने) की, वह उसके अपने समाज को निगल रही हैं। वह दुनिया को दोष नहीं दे सकता। यह केवल कर्म है।’’ उन्होंने कहा कि दूसरों की भूमि पर कब्जा करने वाले एक असफल राष्ट्र को उजागर किया जाना चाहिए और उसका मुकाबला किया जाना चाहिए।

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जयशंकर ने आगे चीन का बिना नाम लिए निशाना साधते हुए यह भी कहा कि आतंकवाद दुनिया की सभी मान्यताओं के विपरीत है। इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का दृढ़ता से विरोध किया जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने में भी राजनीतिक कारणों से बाधा नहीं डाली जानी चाहिए।

कश्मीर मुद्दे पर क्या बोले शहबाज शरीफ?

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन के लोगों की तरह जम्मू-कश्मीर के लोगों ने भी अपनी आजादी और अधिकारों के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया। इस दौरान वह भारत पर UNSC के प्रस्तावों को लागू करने के वादे से मुकरने का भी आरोप लगाते नजर आए।

साथ ही पाकिस्तानी पीएम ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की आलोचना की और कहा कि  भारत को इस फैसले को वापस लेना चाहिए और मुद्दे पर शांतिपूर्ण समाधान के लिए पाकिस्तान से बातचीत करनी चाहिए। पाकिस्तानी पीएम के इस बयान पर भारतीय डिप्लोमैट भाविका मंगलनंदन ने UNGA में ‘जवाब देने के अधिकार’ (Right to Reply) के दौरान कड़ी आलोचना की थीं। उन्होंने उनके भाषण को हास्यास्पद बताया।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 29 September 2024 at 08:02 IST