अपडेटेड 12 October 2025 at 00:01 IST

मुत्ताकी ने किया कश्मीर का जिक्र तो शहबाज-मुनीर के छूटे पसीने, बयान जारी कर खूब उगला जहर; अफगान नागरिकों से बोला- पाकिस्तान छोड़ो

India-Afghanistan: अफगानिस्तान में धीरे-धीरे शांति लौट रही है, ऐसे में पाकिस्तान में रह रहे अनधिकृत अफगान नागरिकों के अपने देश लौटने का समय आ गया है। अन्य सभी देशों की तरह और अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों और प्रथाओं के अनुरूप, पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में रहने वाले विदेशी नागरिकों की उपस्थिति को विनियमित करने का अधिकार है।

India-Afghanistan Relation
विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अफगानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी और पाक पीएम शहबाज | Image: Dr. S. Jaishankar/X/Social Media

India-Afghanistan Relation: भारत-अफगानिस्तान के संयुक्त बयान में कश्मीर के जिक्र पर पाकिस्तान चिढ़ गया है। पाक की राजधानी इस्लामाबाद में अफगानिस्तान के राजदूत से 'कड़ा विरोध' जताया है। दिल्ली प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मुत्ताकी के पाकिस्तान और आतंकवाद पर दिए गए बयान से भी नाराज है।

शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानी विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के साथ एक संयुक्त बयान में अफगानिस्तान को "निकटतम पड़ोसी" बताया। अफगानी विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान दोनों ही 'सीमा पार आतंकवाद की समस्या का सामना कर रहे हैं।' अब इसपर पाक आग बबूला हो गया है। ऐसा लग रहा है कि इससे शहबाज-मुनीर के पसीने छूटने लगे हैं। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान ने क्या कुछ कहा है...


पाकिस्तान ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है, जिसमें उसने भारत के खिलाफ जहर भी उगला है। पाक ने प्रेस रिलीज में शीर्षक लिखा है - पाकिस्तान ने भारत-अफगानिस्तान संयुक्त वक्तव्य और भारत में अफगान कार्यवाहक विदेश मंत्री की टिप्पणियों के तत्वों पर अपनी चिंता जताई है।

जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताना कानून का उल्लंघन - पाकिस्तान

पाकिस्तान ने कहा है - 10 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली में जारी भारत-अफगानिस्तान संयुक्त वक्तव्य के तत्वों पर पाकिस्तान की कड़ी आपत्तियां आज विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त विदेश सचिव (पश्चिम एशिया और अफगानिस्तान) द्वारा पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत को बताई गईं।

Advertisement

यह बताया गया कि जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताना संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और जम्मू-कश्मीर की कानूनी स्थिति का स्पष्ट उल्लंघन है। यह संयुक्त वक्तव्य भारत द्वारा अवैध रूप से कब्जा किए गए जम्मू-कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए उनके न्यायोचित संघर्ष में दिए गए बलिदानों और भावनाओं के प्रति बेहद असंवेदनशील है।


पाक ने आगे कहा है - पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री के इस दावे को भी पुरजोर तरीके से खारिज किया कि आतंकवाद पाकिस्तान की आंतरिक समस्या है। पाकिस्तान ने बार-बार अफगानिस्तान की धरती से पाकिस्तान के खिलाफ सक्रिय फित्ना-ए-ख़्वारिज और फित्ना-ए-हिंदुस्तान आतंकवादी तत्वों की मौजूदगी के बारे में जानकारी साझा की है, जिन्हें अफगानिस्तान के भीतर के तत्वों का समर्थन प्राप्त है।

Advertisement

इस बात पर जोर दिया गया कि आतंकवाद को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान पर डालकर अंतरिम अफगान सरकार इस क्षेत्र और उसके बाहर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के अपने दायित्वों से मुक्त नहीं हो सकती।


अफगान नागरिकों के अपने देश लौटने का समय आ गया - पाकिस्तान 

पाक ने कहा - इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि अच्छे पड़ोसी और इस्लामी भाईचारे की भावना से, पाकिस्तान ने चार दशकों से भी अधिक समय से लगभग 40 लाख अफगानों की उदारतापूर्वक मेजबानी की है।

अफगानिस्तान में धीरे-धीरे शांति लौट रही है, ऐसे में पाकिस्तान में रह रहे अनधिकृत अफगान नागरिकों के अपने देश लौटने का समय आ गया है। अन्य सभी देशों की तरह और अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों और प्रथाओं के अनुरूप, पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में रहने वाले विदेशी नागरिकों की उपस्थिति को विनियमित करने का अधिकार है।


अंतरिम अफगान सरकार पाकिस्तान की मदद करने में भूमिका निभाएगी - पाक 

पाकिस्तान ने कहा है कि उसने ने अफगानिस्तान को हर संभव व्यापार, आर्थिक और संपर्क सुविधाएं प्रदान की हैं। इन उपायों का उद्देश्य दोनों देशों के बीच सहयोग और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।

पाकिस्तान ने कहा है कि पाक सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने लोगों की सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय करे। पाकिस्तान को उम्मीद है कि अंतरिम अफगान सरकार इस नेक उद्देश्य को हासिल करने में पाकिस्तान की मदद करने में अपनी उचित भूमिका निभाएगी और इसके लिए ठोस कदम उठाएगी ताकि उसकी जमीन का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ फित्ना-ए-ख़्वारिज और फित्ना-ए-हिंदुस्तान जैसे आतंकवादी तत्वों द्वारा किए जाने से रोका जा सके।

ये भी पढ़ें - PAK बॉर्डर पर फिर बढ़ा तनाव, कई इलाकों में अफगान सेना कर रही ताबड़तोड़ फायरिंग, क्या पाकिस्तान के खिलाफ होगा ऐलान-ए-जंग?

Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 12 October 2025 at 00:01 IST