अपडेटेड 18 October 2025 at 20:27 IST

जेल में बंद ड्रग डीलर से महिला जेलर को हुआ प्‍यार, अलमारी के पीछे छिपकर दोनों करते थे रोमांस...गई नौकरी तो कर डाली ये डिमांड

दक्षिण यॉर्कशायर की लिंडहोल्म जेल में तैनात एक महिला जेल अधिकारी को जेल में बंद ड्रग डीलर से प्यार हो गया, जिसके चलते उसकी नौकरी चली गई और उसे दस महीने की जेल की सजा सुनाई गई।

lady jailor fall in love with drug dealer
जेल में बंद ड्रग डीलर से महिला जेलर को हुआ प्‍यार, अलमारी के पीछे छिपकर दोनों करते थे रोमांस...गई नौकरी तो कर डाली ये डिमांड | Image: AI

दक्षिण यॉर्कशायर की लिंडहोल्म जेल में तैनात एक महिला जेल अधिकारी को जेल में बंद ड्रग डीलर से प्यार हो गया, जिसके चलते उसकी नौकरी चली गई और उसे दस महीने की जेल की सजा सुनाई गई। अब वही महिला जेल अधिकारियों के लिए उम्र संबंधी नियमों में बदलाव की मुहिम चला रही है। 25 वर्षीय मॉर्गन फर्र वर्नी ने अपने रिश्ते का खुलासा करने के बाद अदालत में माना कि वह जेल में बंद कोकीन डीलर जॉर्डन रोड्स के साथ प्रेम संबंध में थीं। 

दोनों को सीसीटीवी फुटेज में अलमारी के पीछे छिपते हुए देखा गया था। मामले के उजागर होने पर फर्र वर्नी को दोषी ठहराया गया और जनवरी 2023 में गिरफ्तार किया गया। फर्र वर्नी ने अब दावा किया है कि उनके साथ भावनात्मक रूप से हेरफेर किया गया था। उन्होंने कहा कि वह कम उम्र और अनुभव की कमी के कारण ऐसी स्थिति को समझ नहीं पाईं। उनके मुताबिक, जेल का माहौल मानसिक रूप से अस्थिर होता है, जो युवा अधिकारियों को भावनात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

अब कर रहीं कानून में संशोधन की मांग 

उन्होंने कहा कि जब उन्होंने 22 या 23 साल की उम्र में जेल सेवा जॉइन की थी, तब वह भोली थीं और यह नहीं समझ पाईं कि कैदियों की ओर से भावनात्मक दबाव किस हद तक किसी को प्रभावित कर सकता है। वर्तमान में ब्रिटेन में जेल अधिकारी बनने की न्यूनतम आयु 18 वर्ष है, जबकि आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु मात्र 17 वर्ष तय है। 

फर्र वर्नी अब इस कानून में संशोधन की मांग कर रही हैं ताकि न्यूनतम आयु सीमा 25 वर्ष कर दी जाए। उनका कहना है कि इससे अपरिपक्व निर्णयों और कैदियों के साथ अनुचित संबंधों की संभावना को कम किया जा सकेगा। फर्र वर्नी ने एक याचिका दायर करते हुए लिखा है कि “कम उम्र के अधिकारी भावनात्मक अनुभव और समझ के मामले में परिपक्व नहीं होते। जेल जैसी जगह पर काम करने के लिए मानसिक स्थिरता और जीवन अनुभव जरूरी है, ताकि वे ऐसे भावनात्मक हेरफेर से खुद को बचा सकें।”

पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं सामने

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मॉर्गन फर्र वर्नी का कहना है कि उनकी जैसी घटनाएं और भी कई जेलों में हुई हैं, मगर अधिकारी शर्म या डर के कारण सामने नहीं आ पाते। उन्होंने बताया कि कई नौजवान अधिकारी इसी अनुभव से गुज़रे हैं और कई के करियर या निजी जीवन तबाह हो चुके हैं। फर्र वर्नी अब अपने इस अनुभव के आधार पर जेल सेवा में सुधार और उम्र सीमा बढ़ाने की दिशा में अभियान चला रही हैं।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 18 October 2025 at 20:27 IST