अपडेटेड 9 May 2025 at 16:38 IST
Operation Sindoor: सिंधु जलबंदी पर पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका, वर्ल्ड बैंक ने खड़े किए हाथ, कहा- हमारी भूमिका सिर्फ...
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि में मध्यस्थ की भूमिका के अलावा विश्व बैंक की कोई भूमिका नहीं है।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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India Pakistan: भारत फिर पाकिस्तान को घुटनों पर लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। बॉर्डर पर पाकिस्तान को जोरदार जवाब दिया जा रहा है तो 'वाटर स्ट्राइक' के जरिए पड़ोसी मुल्क को उसकी करनी का फल मिल रहा है। संघर्ष के बीच भारत के लिए ये किसी खुशखबरी से कम नहीं है कि वर्ल्ड बैंक ने सिंधु जल संधि को लेकर अपनी भूमिका पर रुख स्पष्ट किया है। वर्ल्ड बैंक ने कर दिया है कि वो मध्यस्थता के अलावा और कोई भूमिका नहीं निभाएगा।
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि में मध्यस्थ की भूमिका के अलावा विश्व बैंक की कोई भूमिका नहीं है। विश्व बैंक के अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत की ओर से जल बंटवारे के समझौते पर लगाए गए निलंबन को ठीक करने के लिए वो कोई कदम नहीं उठाएगा। वर्ल्ड बैंक के प्रेसिडेंट अजय बंगा ने अपने बयान में कहा- 'हमारी भूमिका सिर्फ एक मध्यस्थ के रूप में ही है। मीडिया में इस बारे में बहुत अटकलें लगाई जा रही हैं कि विश्व बैंक किस तरह से इस समस्या को हल करेगा, लेकिन ये सब गलत हैं। विश्व बैंक की भूमिका सिर्फ एक मध्यस्थ की है।'
अजय बंगा ने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की
वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने गुरुवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके तुरंत बाद ऐसी अटकलें लगाई जाने लगीं कि विश्व बैंक इस मामले में हस्तक्षेप करेगा। वो इसलिए भी कि सिंधु जल संधि पर भारत और पाकिस्तान के बीच 9 साल की बातचीत के बाद 1960 में विश्व बैंक की मदद से हस्ताक्षर किए गए थे, जो इस संधि का एक हस्ताक्षरकर्ता भी है। हालांकि अजय बंगा ने कह दिया है कि वर्ल्ड बैंक की मध्यस्थता की भूमिका के अलावा कोई भूमिका नहीं है।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 9 May 2025 at 15:54 IST