अपडेटेड 31 October 2024 at 09:23 IST
'फिलिस्तीनी लोगों के लिए...', भारत ने डंके की चोट पर बोला; UN में इजरायल को लेकर भी रखा अपना स्टैंड
संयुक्त राष्ट्र में भारत ने स्पष्ट किया है कि फिलिस्तीनी लोगों के लिए और अधिक काम करने के लिए देश तैयार है। भारत ने इजरायल में हुए आतंकी हमलों की भी निंदा की।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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India Stand on Middle East War: युद्ध प्रभावित फिलिस्तीन के लिए भारत लगातार मदद भेज रहा है। मिडिल ईस्ट में लगभग एक साल से युद्ध चल रहा है, जिसमें फिलिस्तीन की आम जनता बुरी तरह प्रभावित हुई है। ऐसे में भारत फिलिस्तानी के लोगों के मानवीय सहायता भेजने में अग्रिम पंक्ति में खड़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत ने स्पष्ट किया है कि फिलिस्तीनी लोगों के लिए और अधिक काम करने के लिए भी देश तैयार है। साथ ही भारत ने इजरायल पर हुए आतंकी हमले की भी निंदा की है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने मध्य ईस्ट की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस को संबोधित करते हुए फिलिस्तीनी लोगों के लिए अपना समर्थन बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत फिलिस्तीनी लोगों के लिए और अधिक करने के लिए तैयार है। हरीश ने विस्तार से बताया कि फिलिस्तीन के लिए भारत की वर्तमान विकास सहायता राशि 120 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, जिसमें निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनडब्ल्यूआरए) को 37 मिलियन अमेरिकी डॉलर की सहायता भी शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि भारत ने 22 अक्टूबर को यूएनडब्ल्यूआरए को 6 टन दवाओं और चिकित्सा आपूर्ति की शुरुआती खेप भेजी थी।
भारत ने इजरायल पर आतंकी हमले की निंदा की
भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने इस दौरान इजरायल में 7 अक्टूबर को हुए आतंकवादी हमलों की भी स्पष्ट रूप से निंदा की। उन्होंने कहा, '7 अक्टूबर को इजरायल में हुए आतंकवादी हमलों की हम स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं।' हरीश ने सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया। उन्होंने दो-राज्य समाधान के लिए समर्थन भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा, 'मैं सभी बंधकों की तत्काल रिहाई और युद्ध विराम के लिए भारत के आह्वान को दोहराता हूं। हम दो-राज्य समाधान का समर्थन करते हैं, जिसमें पारस्परिक रूप से सहमत सीमाओं के भीतर एक संप्रभु और स्वतंत्र फिलिस्तीन की स्थापना शामिल है।'
शांति और स्थिरता पर भारत का जोर
हरीश ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इन प्रयासों में एकजुट होने का आग्रह किया, जिसमें शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में भारत की भूमिका को दर्शाता जाता है। उन्होंने कहा, 'हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सभी सदस्यों से भी इस प्रयास में शामिल होने का आग्रह करते हैं। भारत शांतिपूर्ण और स्थिर मध्य पूर्व के अपने दृष्टिकोण में अपनी अटूट आस्था को दर्शाता है। भारत के रूप में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक विश्वसनीय साझेदार मिला है, जो दीर्घकालिक शांति और स्थिरता कायम करने के लिए सभी संबंधित हितधारकों के साथ अपने संपर्क को जारी रखने के लिए तैयार है।'
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 31 October 2024 at 09:23 IST