अपडेटेड 29 March 2025 at 20:08 IST
भारत भूकंप प्रभावित म्यांमार की मदद के लिए भेज रहा NDRF के 80 कर्मियों की टीम
भारत भूकंप प्रभावित म्यांमा में राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 80 कर्मियों की टीम भेज रहा है। अधिकारियों ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी।
- अंतरराष्ट्रीय न्यूज
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भारत भूकंप प्रभावित म्यांमा में राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 80 कर्मियों की टीम भेज रहा है। अधिकारियों ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत एनडीआरएफ कर्मियों को पड़ोसी देश की सहायता के लिए मजबूत ‘कंक्रीट कटर’, ‘ड्रिल मशीन’, ‘हथौड़े’ आदि जैसे भूकंप बचाव उपकरणों के साथ भेजा जा रहा है।
एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘कुल 80 एनडीआरएफ कर्मियों की एक टीम को गाजियाबाद के हिंडन से भारतीय वायुसेना के दो विमानों के जरिये म्यांमा भेजा जा रहा है।’’ दिल्ली के निकट गाजियाबाद में तैनात एनडीआरएफ की आठवीं बटालियन के कमांडेंट पी के तिवारी यूएसएआर (शहरी खोज और बचाव) टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक (संचालन) मोहसेन शाहेदी ने विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बल के लिए अगले 24-48 घंटे ‘‘बहुत महत्वपूर्ण’’ है जिससे वह वहां ‘‘सक्रिय भागीदारी’’ निभा सकें। उन्होंने बताया कि बल की तीसरी टीम को कोलकाता में तैयार रखा गया है और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भी जल्द ही म्यांमा भेजा जा सकता है।
भारत ने इससे पहले 2015 में नेपाल और 2023 में तुर्किये में आए भूकंप के दौरान भी एनडीआरएफ दल को राहत कार्यों के लिए भेजा था। म्यांमा और उसके पड़ोसी देश थाईलैंड में शुक्रवार को भीषण भूकंप आने से इमारतें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए। खबरों के मुताबिक, म्यांमा में भूकंप के कारण अब तक 1,002 लोगों की मौत हुई है।
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भारत ने शनिवार को 15 टन राहत सामग्री भी म्यांमा भेजी थी। यह सामग्री भारतीय वायु सेना के सी130जे सैन्य परिवहन विमान के जरिए म्यांमा के यांगून शहर भेजी गयी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को म्यांमा और थाईलैंड में भीषण भूंकप के कारण उत्पन्न स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि दुख की इस घड़ी में भारत दोनों देशों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। भारत और म्यांमा के बीच 1,643 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 29 March 2025 at 20:08 IST