अपडेटेड 5 July 2024 at 16:26 IST

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के लिए आसान नहीं हैं राहें, इन चुनौतियों से कैसे निपटेंगे कीर स्टार्मर ?

ब्रिटेन में हुए चुनावों के नतीजे आ चुके हैं, लेबर पार्टी 14 साल बाद धमाकेदार जीत के साथ सत्ता में आ रही है और कीर स्टार्मर नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

 U.K. Labour Party leader Keir Starmer
U.K. Labour Party leader Keir Starmer | Image: AP

UK General Election 2024: ब्रिटेन में हुए चुनावों के नतीजे आ चुके हैं, लेबर पार्टी 14 साल बाद धमाकेदार जीत के साथ सत्ता में आ रही है और कीर स्टार्मर नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। अब तक के नतीजों के मुताबिक लेबर पार्टी 650 में से 410 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी हैं, वहीं सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी को 119 सीट ही मिली हैं। लिबरल डेमोक्रेट्स के खाते में 71 सीटें हैं, बाकी सीटों पर अन्य ने कब्जा जमाया है।

ब्रिटेन में हुए ऐतिहासिक चुनावों के परिणाम सामने आ चुके हैं। कीर स्टार्मर की लेबर पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है। कीर स्टार्मर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेंगे, लेकिन उनके लिए ये सफर आसान रहने वाला नहीं हैं। बतौर पीएम कीर स्टार्मर के लिए कई चुनौतियां मुंह बहाए बैठी हैं, जिनका उन्हें सामना करना पड़ेगा।

कीर स्टार्मर के राह में चुनौतियां 

चीन के साथ संबंध

साइबर हमलों को लेकर ब्रिटेस की सरकार सख्ती दिखाते हुए इस साल की शुरुआत में चीन के राजदूत को तलब कर कहा था कि साइबर हमले और जासूसी लिंक की रिपोर्ट स्वीकार्य नहीं है। लेबर पार्टी का कहना है कि वह चीन के साथ मेनेजमेंट के लिए लॉन्गटर्म रणनीतिक नजरिया अपनाएगी।

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यूक्रेन के साथ संबंध

ब्रिटेन इस साल यूक्रोन को 3 बिलियन पाउंड की सैन्य मदद देगा और उम्मीद जताई जा रही है कि वो आने वाले सालों में भी इसे जारी रखेगा और यूक्रेन की मदद करता रहेगा। लेबर पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि यूक्रेन के लिए ब्रिटेन का सैन्य, आर्थिक, राजनयिक और राजनीतिक समर्थन मजबूती के साथ रहेगा।

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गाजा पर कैसा रहेगा रुख

ब्रिटेन के नए पीएम कीर स्टार्मर कह चुके हैं कि वह फिलिस्तीन को मान्यता देना चाहते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शांति प्रक्रिया में ऐसे कदम सही समय पर उठाए जाने चाहिए। लेबर पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि हम नई शांति प्रक्रिया में योगदान के रूप में फिलिस्तीनी को राज्य की मान्यता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

यूरोप के साथ संबंध

कीर स्टार्मर ने यूरोपीय यूनियन के एकल बाजार या सीमा शुल्क संघ में फिर से शामिल होने से इंकार कर दिया है, हालांकि उनकी पार्टी की ओर से कहा गया है कि कुछ व्यापार की बाधाओं को दूर करना अभी भी संभव है, जिससे की छोटी कंपनियों की मदद की जा सके जो कि अभी कागजी कार्रवाई से जूझ रही हैं।

अमेरिका के साथ संबंध

ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने अमेरिका से संबंधों को लेकर कहा कि जो भी राष्ट्रपति हो उससे बात होगी। ब्रिटेन और अमेरिका के बीच संबंध व्यक्तियों से ऊपर हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि कीर स्टार्मर अमेरिका में 9 से 11 जुलाई तक होने वाले नाटो शिखर सम्मेलन में शामिल हो सकते हैं।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 5 July 2024 at 16:19 IST