Mar 03, 2025
Garima Gargहनुमान जी के प्रिय मंत्र
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहरणायसर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
Source: shutterstock
हनुमान जी के प्रिय मंत्र
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमितविक्रमायप्रकट-पराक्रमाय महाबलाय सूर्यकोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।
Source: Pexels
हनुमान जी के प्रिय मंत्र
मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं कपीश्वर |यत्पूजितं मया देव! परिपूर्ण तदस्तु मे ||
Source: instagram
हनुमान जी के प्रिय मंत्र
ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणायसर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
Source: shutterstock
हनुमान जी के प्रिय मंत्र
वायुपुत्र ! नमस्तुभ्यं पुष्पं सौवर्णकं प्रियम् |पूजयिष्यामि ते मूर्ध्नि नवरत्न – समुज्जलम् ||
Source: Shutterstock
हनुमान जी की आरती
आरती कीजै हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
जाके बल से गिरवर काँपे ।रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥अंजनि पुत्र महा बलदाई ।संतन के प्रभु सदा सहाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥
Source: Instagram/sahixd
हनुमान जी की आरती
दे वीरा रघुनाथ पठाए ।लंका जारि सिया सुधि लाये ॥लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।जात पवनसुत बार न लाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥
Source: Pexels
हनुमान जी की आरती
लंका जारि असुर संहारे ।सियाराम जी के काज सँवारे ॥लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।लाये संजिवन प्राण उबारे ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥
Source: Pexels
हनुमान जी की आरती
पैठि पताल तोरि जमकारे ।अहिरावण की भुजा उखारे ॥बाईं भुजा असुर दल मारे ।दाहिने भुजा संतजन तारे ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥
Source: Pixabay
हनुमान जी की आरती
सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।जय जय जय हनुमान उचारें ॥कंचन थार कपूर लौ छाई ।आरती करत अंजना माई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ॥
Source: Pexels
हनुमान जी की आरती
जो हनुमानजी की आरती गावे ।बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥लंक विध्वंस किये रघुराई ।तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥आरती कीजै हनुमान लला की ।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
Source: Unsplash