अपडेटेड October 3rd 2024, 00:09 IST
Viral Video: आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक कोई भी मोबाइल के बिना नहीं रह सकता है। हम किसी ना किसी बहाने सबसे अधिक समय अपने मोबाइल के साथ बिताते हैं। थोड़े समय के लिए अगर मोबाइल नजर न आए तो परेशान हो जाते हैं। मोबाइल के बिना सब अधूरा-अधूरा सा सकता है। मोबाइल की इस लत का सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो रहे हैं। जब बच्चों को मोबाइल से दूर किया जाता है, तो कई बार वो हिंसक भी हो जाते हैं।
ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें एक मां ने अपने बेटे से मोबाइल लेकर जरा सा डांट क्या दिया, तो बेटे ने मां पर बैट से हमला कर दिया। पीड़ित मां ने मोबाइल चला रहे अपने नाबालिग बेटे को डांटा और एक चांटा लगाकर पढ़ने बैठाया था। इसके बाद बेटे को इतना गुस्सा आया कि मां के सिर पर बैट से हमला कर दिया। एक ही वार में मां बेहोश हो गई और जमीन पर गिर पड़ी।
बेटे की पूरी करतूत घर में लगे CCTV में कैद हो गई है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि नाबालिग लड़का बेड पर बैठा मोबाइल चला रहा है। उसकी मां उसे डांटती है और मोबाइल छीनकर पढ़ने बैठा देती है। इसके बाद खुद मां खाना खाते हुए फोन पर बात करने लगती है। इसी बीच बेटा मौका देख उठता है और मां पर बैट से हमला कर देता है। एक ही वार में मां बेहोश होकर जमीन पर गिर जाती है और बेटा फिर से मोबाइल चलाने लगाता है। इस हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई है।
आजकल लोग तेजी से मोबाइल का शिकार हो रहे हैं, हम मोबाइल के बिना रह नहीं सकते हैं। मोबाइल के बिना लोगों को अधूरापन सा महसूस होता है। मोबाइल की इसी लत को 'नोमोफोबिया' कहा जाता है। जिसका मतलब है मोबाइल न होने का डर। भारत में 4 में से 3 लोग नोमोफोबिया से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों का अगर इंटरनेट या मोबाइल की बैटरी खत्म हो जाती है, तो वो परेशान हो जाते हैं।
स्मार्टफोन एडिक्शन का कुछ आदतें और लक्षणों के आधार पर पता लगाया जा सकता है। अगर आप अपना मोबाइल बाहर जाते वक्त घर छूटने पर परेशान हो जाते हैं, तो आपको सावधान होने की जरूरत है। बिना फोन के खुद को असहाय महसूस करना इस बात का संकेत है कि आपको फोन का एडिक्शन हो चुका है।
पब्लिश्ड October 3rd 2024, 00:09 IST