अपडेटेड 30 May 2025 at 23:47 IST
सांप और नेवले की लड़ाई आपके बारे में आपने किस्सा-कहानियों या फिर हिंदी फिल्मों में सुना और देखा होगा। कई बार आप इसे हकीकत मान लेते होंगे तो कई बार फिल्मी कहानी। सांप और नेवले की दुश्मनी सिर्फ किस्से-कहानियों तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह एक जिंदा हकीकत है, जो सदियों से चली आ रही है।
क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर सांप और नेवले के बीच कभी न खत्म होने वाली दुश्मनी क्यों है और अक्सर इस लड़ाई में नेवला बाजी कैसे मार जाता है। सांप जहरीला होने के बावजूद भी छोटे से नेवले के आगे कैसे दम तोड़ देता है?
क्यों सांप और नेवले हैं एक-दूसरे के जानी-दुश्मन?
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स की मानें तो सांप और नेवले की दुश्मनी इनके जीवन के संघर्ष और प्राकृतिक प्रवृत्ति का हिस्सा है। चूंकि सांप और नेवला दोनों ही शिकारी प्रजाति के हैं और दोनों ही भूख मिटाने के लिए शिकार की तलाश में रहते हैं। ऐसे में दोनों के लिए उनका इलाका बेहद महत्वपूर्ण होता है। कोई भी अगर किसी के इलाके में दिख जाए तो फिर अस्तित्व का सवाल पैदा हो जता है। इसके लिए फिर लड़ाई लड़ना जरूरी हो जाता है। नेवला सांप को अपने बच्चों के लिए बड़ा खतरा मानता है और सांप भी छोटे जानवरों को अपनी शिकार बनाता है। ऐसे में अपने बच्चों कि रक्षा के लिए और आत्मरक्षा की भावना के चलते छोटा सा नेवला बड़े सांप से भिड़ जाता है।
क्यों होती है नेवले की जीत?
सांप और नेवले की लड़ाई जब भी होती है तो ज्यादातर जीत नेवले की ही होती है। इसके पीछे कारण है उसकी फुर्ती। नेवला अपनी रफ्तार और विष सहने की अद्भुत क्षमता के कारण सांप को मात दे देता है। अगर सांप नेवले को काट भी ले तो उसके ऊपर जहर का असर बहुत कम होता है, क्योंकि उसकी कोशिकाओं में खास तरह के रिसेप्टर होते हैं जो जहर को बेअसर कर देते हैं। हालांकि अगर विषैला सांप नेवले को डस कर ज्यादा जहर उसके अंदर छोड़ दे तो नेवले के लिए बच पाना मुश्किल हो जाएगा।
पब्लिश्ड 30 May 2025 at 23:47 IST