बांग्लादेश में आरक्षण की आग और शेख हसीना के राज का पटाक्षेप होने के बाद सत्ता का कोई ठिकाना नजर नहीं आ रहा है, ये वो रात है जिसके सुबह होने में अभी वक्त है. दूसरी तरफ बेलगाम सत्ता की लगाम थामने के लिए नए नए दावेदार सामने आ रहे हैं, इस शतरंज में कई बाजियां एक साथ चली जा रही हैं, जैसे कि