ओलंपिक और टोक्यो ओलंपिक में देश का गौरव बढ़ाने वाले स्टार पहलवान आज कुश्ती संघ के विरोध में सड़क पर उतर आए हैं। बता दें, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, बजरंग, सोनम मलिक कुश्ती संघ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार की तरफ से आज बबीता फोगाट उनसे मिलने पहुंची हैं। उन्होंने पहलवानों को आश्वासन दिलाया है कि सरकार उनके साथ है और पूर्ण सहयोग करेगी।
पहलवानों के बीच पहुंचकर बबीता फोगाट ने कहा, "धुआं वहीं उठता है जहां पर आग लगी होती है। मैं भरोसा दिलाती हूं कि इसकी निष्पक्ष जांच होगी। जो भी पहलवान जैसा कहेंगे मैं सरकार के समक्ष उनकी बात रखूंगी। पहलवानों की बातें और मांगे नाजायज नहीं है इसलिए मैं इनके और अपने भरोसे पर कह सकती हूं कि करवा पाऊंगी। मैं तो आज यहां आई हूं लेकिन हमारी सरकार ने कल ही एक्शन ले लिया था। सरकार ने संघ को 72 घंटे का समय दिया है जो कि बहुत कम है। ये सभी जिससे भी कहेंगे मेरी कोशिश रहेगी कि मैं उनके सामने रखूंगी।"
वहीं मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरे सामने कभी ये चीजें नहीं आई लेकिन सुनने में जरुर आता था कि ऐसा हुआ है। आज सामने आई है तो इसके ऊपर एक्शन लिया जाएगा। पहलवानों की जायज मांगे सरकार के समक्ष रखी जाएगी। जो भी चीजें गलत है उसके खिलाफ हैं हम।
बता दें, 18 जनवरी बुधवार को साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, बजरंग पुनिया, सोनम मलिक समेत कई पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर कुश्ती संघ के विरोध में धरना प्रदर्शन करने लगे। पहलवानों का आरोप है कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण किया गया और इसके अलावा पहलवानों को प्रताड़ित भी किया गया।
पहलवानों ने कुश्ती संघ चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने इन सभी आरोपों को सीधे तौर पर नकार दिया है। बता दें, विनेश फोगाट ने कहा, "डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष महिला खिलाड़ियों और कोचों के साथ यौन उत्पीड़न में लिप्त हैं। मैं अभी यह कह रही हूं, लेकिन मुझे नहीं पता कि मैं कल जीवित रहूंगी या नहीं। यहां बैठी कुछ महिला पहलवानों ने भी छेड़छाड़ का अनुभव किया है। हम अपने लिए नहीं लड़ रहे हैं। हम कुश्ती को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। वह हमारे निजी जीवन में हस्तक्षेप करता है और जानना चाहता है कि हमारा प्रेमी या प्रेमिका कौन है। वह हमसे हमारी शादी और अन्य निजी चीजों के बारे में पूछता रहता है।"
वहीं कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, "सबसे बड़ा आरोप विनेश ने लगाया है। क्या सामने कोई है जो कह दे कि फेडरेशन ने कभी किसी खिलाड़ी का शोषण किया है। सामने तो होना चाहिए कोई जो ये कह सके कि हां बृजभूषण ने किसी खिलाड़ी का यौन शोषण किया है। मैं ये पूछना चाहता हूं कि अगर फेडरेशन से इतनी दिक्कत थी तो बीते 10 साल से क्यों नहीं कुछ कहा। इन्हें दिक्कत तब होती है जब फेडरेशन नियम बनाती है। अगर ये साबित कर दें कि यौन शोषण किया है तो मैं फांसी लगा लूंगा।"
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