हर पिता की इक्षा होती है अपनी बेटी का शादी के कार्ड छपवाने की लेकिन मजबूर अश्विनी के पिता को तेरहवीं का कार्ड छपवाना पड़ रहा है. R Bharat ने मृतिकाअश्विनी कोष्टा के पिता सुरेश कोष्टा से बातचीत की को बता चला बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ाई जारी है. हालांकि बेहद गुस्से म