बांग्लादेश में जुलाई से शुरू हुए उग्र आंदोलन ने शेख हसीना से न सिर्फ सत्ता छीनी बल्कि उन्हें देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया, मौजूदा वक्त में जो कथित सत्ता है वह सेना के हाथ में है. बिगड़ते हालातों के बीच सेना सत्ता बनवाने की तरफ बढ़ रही है और भारत सरकार बॉर्डर पर नजर बनाए हुए है और सुरक्षा भी बढ़ा दी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक हालात ये हैं कि हजारों की संख्या में बांग्लादेशी बॉर्डर पर खड़े हैं और घुसपैठ के लिए तैयार हैं. यहां तक कि पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में बीएसएफ जवानों ने घुसपैठ कर रहे लोगों को रोका. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने भी राज्य का बॉर्डर बांग्लादेश से साझा होने के चलते चिंता जताई है.