लोकसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को कुछ न कुछ दिया है. किसी को मजबूती दी है तो किसी दल को आगे बढ़ने का मौका तो किसी को सबक कि आगे सबकुछ बेहतर होगा तभी रास्ता आसान होगा. इन्हीं सब के बीच सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में वापस लग गए हैं और सरकार को पुराने मुद्दे याद दिलाने लगे हैं. वहीं सत्ताधारी दल भी पुराने मुद्दों का नए सिरे से आंकलन कर रहा है.