अपडेटेड 28 June 2025 at 17:48 IST
खगोलविदों ने हमारी आकाशगंगा में एक अजीब नई वस्तु की खोज की है। आकाश गंगा को लेकर एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने बुधवार को बताया कि यह खगोलीय वस्तु - शायद एक तारा, तारों का जोड़ा या कुछ और - लगभग उसी समय एक्स-रे उत्सर्जित कर रही है जब यह रेडियो तरंगें छोड़ रही है। इसके अलावा, यह चक्र हर 44 मिनट में दोहराया जाता है, कम से कम अत्यधिक गतिविधि की अवधि के दौरान।
कर्टिन विश्वविद्यालय के ज़िटेंग एंडी वांग ने ऑस्ट्रेलिया से एक ईमेल में कहा, "15,000 प्रकाश वर्ष दूर आकाशगंगा के एक क्षेत्र में स्थित, जो सितारों, गैस और धूल से भरा हुआ है, यह वस्तु न्यूट्रॉन या सफेद छोटे की तरह एक अत्यधिक चुंबकीय मृत तारा हो सकता है।" हालांकि, वैज्ञानिकों को अबतक यह पता नहीं चल पाया है कि ये चमकदार वस्तु क्या है।
इसे लेकर स्टडी की जा रही है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों का ये भी कहना है कि ये न्यूट्रॉन स्टार या ब्लैक होल भी हो सकता है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों के ये भी कहना है कि ये खगोलीय पिंड हो सकता है। नासा के चंद्रा एक्स-रे वेधशाला ने पिछले साल एक सुपरनोवा अवशेष, या विस्फोटित तारे के अवशेषों पर ध्यान केंद्रित करते समय संयोग से एक्स-रे उत्सर्जन को देखा। वांग ने कहा कि यह पहली बार था जब एक्स-रे को तथाकथित दीर्घ-अवधि रेडियो ट्रांजिएंट से आते देखा गया था, जो एक दुर्लभ वस्तु है जो दसियों मिनट तक रेडियो संकेतों के माध्यम से चक्रित होती है।
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पब्लिश्ड 28 June 2025 at 17:48 IST