अपडेटेड 30 August 2023 at 22:00 IST

आसमान में दिखा नारंगी रंग का चांद, तो क्यों कहा गया ब्लू मून?

इस साल हुए चार सुपर मून में सबसे बड़ा सुपर ब्लू मून, पृथ्वी से केवल 3.57.344 किमी दूर था। सुपर ब्लू मून, अपने नाम के बावजूद, नीला नहीं था।

Super Blue Moon
Super Blue Moon | Image: self

खगोलीय इतिहास में बुधवार 30 अगस्त को एक रेयर घटना देखी गई। जब आसमान में ब्लूमून दिखाई दिया। ये खगोलीय घटना भारत में भी दिखाई दी। अब ये घटना 31 अगस्त को भी सुबह 7 बजकर 6 मिनट पर दिखाई देगी। यह साल 2037 तक का आखिरी सुपर ब्लू मून था। 

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  • आसमान में दिखाई दिया ब्लू मून
  • साल 2037 तक आखिरी ब्लू मून
  • नारंगी रंग का दिखाई दिया चांद

साल का आखिरी सुपर ब्लू मून अपने नाम के उलट नारंगी रंग का दिखाई दिया। ये घटना सूर्यास्त के तुरंत बाद शाम के समय देखी गई। 

इस साल हुए चार सुपर मून में सबसे बड़ा सुपर ब्लू मून, पृथ्वी से केवल 3.57.344 किमी दूर था। बिहार में भी इस सुपरमून की झलक दिखाई दी। 

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यह दुर्लभ घटना तीन दिनों तक चलेगी क्योंकि चंद्रमा इस महीने में दूसरी बार पूरा दिखाई देगा। नासा के अनुसार, इस दूसरे पूरे चांद के बारे में 1946 में स्काई एंड टेलीस्कोप पत्रिका ने परिभाषा दी। इस परिभाषा के अनुसार इसे 'ब्लू मून' कहा गया है।

सुपर मून क्या है?

किसी चांद को सुपर मून तब कहा जाता है जब वह पूरा होते हुए अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे करीब होता है। सुपर मून के दौरान, चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 3,63,300 किमी दूर (पेरिगी) होता है और इसका सबसे दूर प्वाइंट लगभग 4,05,500 किमी दूर (अपोजी) होता है। यह पेरिगी के इस बिंदु पर होता है, जब चंद्रमा नियमित चंद्रमा की तुलना में थोड़ा बड़ा और चमकीला होता है।

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क्या सुपर मून नीला था?

सुपर ब्लू मून, अपने नाम के बावजूद, नीला नहीं था और इस नाम का रंग से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, कोई चंद्रमा को एक नीले रंग में देख सकता है, जब वायुमंडल में मौजूद बारीक कण लाल रोशनी को बिखेर देते हैं, जिससे चंद्रमा पर एक नीला रंग रह जाता है।

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फोर्ब्स ने बताया, ब्लू मून शब्द 1500 के दशक का है जब इसे चार चंद्रमाओं वाले सीजन में तीसरा पूरा चंद्रमा होने के कारण यह नाम दिया गया था। लेकिन नासा का कहना है कि नई परिभाषा के अनुसार, अगस्त में दूसरे पूर्ण चंद्रमा को ब्लू मून कहा जाएगा और धरती से इसकी निकटता इसे सुपर ब्लू मून बना देगी। विशेष रूप से, यह एक दुर्लभ घटना होगी क्योंकि अगला सुपर ब्लू मून जनवरी और मार्च 2037 के बीच देखा जाएगा।

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Published By : Nripendra Singh

पब्लिश्ड 30 August 2023 at 21:56 IST