अपडेटेड 6 January 2024 at 18:38 IST

Aditya L1 की सफलता पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बताया आगे का प्लान, बोले- कुछ घंटों तक करेंगे निगरानी

Aditya L1 की सफलता के बाद ISRO चीफ S Somanath ने मीडिया से बातचीत में बताया कि अब आगे की क्या प्लानिंग क्या है।

ISRO Chief S Somanath Aditya L-1 Accomplished
ISRO Chief S Somanath Aditya L-1 Accomplished | Image: @isro/PTI

Aditya L1 Mission Accomplished: इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के वैज्ञानिकों ने भारत की झोली में आदित्य एल-1 की सफलता डाल दी है। पूरे देश के लिए यह गर्व का विषय है। आदित्य एल1 मिशन पृथ्वी से अपनी लॉन्चिंग के बाद आज L1 प्वाइंट पर पहुंचा और हेलो ऑर्बिट में स्थापित हो गया। इसरो की सफलता के बाद देशभर से हमारे वैज्ञानिकों को बधाई दी जा रही है। वहीं इसरो चीफ एस सोमनाथ ने भी अपनी खुशी जाहिर की है।

खबर में आगे पढ़ें:

  • सूर्य मिशन की सफलता पर क्या बोले इसरो चीफ?
  • राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी ने भी दी बधाई

इसरो के चीफ एस सोमनाथ ने कहा, "आज केवल आदित्य-एल1 को हेलो ऑर्बिट में स्थापित करना था। इसलिए यह एक हाई ऑर्बिट की ओर बढ़ रहा था, लेकिन हमें थोड़ा सुधार करना पड़ा। इसलिए अभी, हमारी गणना में, यह सबसे ऊपर है सही जगह है। लेकिन हम अगले कुछ घंटों तक इस पर नजर रखेंगे कि यह सही जगह पर है या नहीं। फिर अगर यह थोड़ा भी भटकता है, तो हमें थोड़ा सुधार करना पड़ सकता है। हालांकि, हमें ऐसा होने की उम्मीद नहीं है।"

इसरो चीफ ने जानकारी दी, "तस्वीरें पहले ही वेबसाइट पर डाल दी गई हैं। हमारे पास कण माप भी हैं, सूर्य से क्या निकल रहा है। इसके अलावा हमारे पास एक्स-रे माप भी हैं, जो कम ऊर्जा और उच्च ऊर्जा एक्स-रे में है। हमारे पास एक मैग्नेटोमीटर भी है, जो अंतरिक्ष चुंबकत्व क्षेत्र को देखता है, जो इन इजेक्शन के कारण आ रहा है। सोलर एयक मूल रूप से कण उत्सर्जन है जो हो रहा है। बहुत से लोग इस प्रभाव को समझने में रुचि रखते हैं। इसलिए हम आने वाले दिनों में कई वैज्ञानिक परिणामों की आशा करते हैं। उपग्रह में बचे ईंधन से कम से कम पांच साल के जीवन की गारंटी है।"

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राष्ट्रपति मुर्मू ने इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई

देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की! भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के हिस्से के रूप में, वेधशाला को अंतिम कक्षा में स्थापित किया गया है और लैग्रेंज प्वाइंट 1 पर अपने गंतव्य पर पहुंच गया है। इस महान उपलब्धि के लिए पूरे भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को बधाई! यह मिशन सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के बारे में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा। इसरो मिशनों में महिला वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भागीदारी महिला सशक्तिकरण को भी नई ऊंचाई पर ले जाती है।"

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई

एल-1 प्वाइंट पर आदित्य एल-1 पहुंच गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा, "भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की। भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल1 अपने गंतव्य तक पहुंची। यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। हम मानवता के लाभ के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।"

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 6 January 2024 at 18:38 IST