अपडेटेड 23 January 2025 at 22:10 IST

ChatGPT डाउन, OpenAI की सर्विस ठप होने से दुनिभर में हड़कंप, यूजर्स को हो रही भारी परेशानी

ChatGPT Down: OpenAI की सर्विस ChatGPT के डाउन होने से दुनियाभर के लाखों यूजर्स में हड़कंप मच गया। तकनीकी खराबी के कारण यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा।

ChatGPT
ChatGPT डाउन | Image: Image: Pixabay

ChatGPT Down: OpenAI की सर्विस ChatGPT के डाउन होने से दुनियाभर के लाखों यूजर्स में हड़कंप मच गया। हालांकि, जल्द ही समस्या का समाधान निकाला गया और अब इसपर आसानी से काम किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि कुछ तकनीकी खराबी के कारण चैटजीपीटी यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

रिपोर्ट्स की मानें तो शाम करीब 5 बजे ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड चैटबॉट चैटजीपीटी के डाउन होने की जानकारी सामने आई। यूजर्स को हिस्ट्री एक्सेस करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। वहीं कुछ यूजर्स वेबसाइट पर काम नहीं कर पा रहे थे। हालांकि, कंपनी की ओर से इसे लेकर अबतक कोई भी जानकारी साझा नहीं की गई है। 

मीरा मुराती को मिली ChatGPT की कमान

बता दें, चैटजीपीटी के सीईओ के तौर पर सैम अल्टमैन को बर्खास्त करने के बाद इसकी जिम्मेदारी चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मीरा मुराती को दी। कमान संभालते ही मीरा मुराती ने कंपनी के कर्मचारियों को एक संदेश दिया कि वो अपने काम पर ध्यान दें। मीरा मुराती ने संदेश में लिखा,'सबसे पहले से ये ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी कोर वैल्यूज के लिए सच्चे रहें और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें।'

कौन हैं मीरा मुराती? जानिए यहां

चैटजीपीटी की नई अंतरिम सीईओ मीरा मुराती अल्बानिया मूल की हैं। मीरा की पढ़ाई कनाडा से हुई है वो एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं। मीरा के माता और पिता भी अलबानिया के रहने वाले हैं। मीरा ने अपनी पढ़ाई के दौरान ही एक हाइब्रिड रेस कार बनाई थी। साल 2018 में मीरा ने ओपनएआई में हाथ आजमाया। इसके पहले मीरा टेस्ला कंपनी में भी काम कर चुकी हैं वो इलेक्ट्रिक व्हीकल और कंपनी की मॉडल एक्स कार को डेवलेप करने में अहम भूमिका अदा की।

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क्यों बाहर किए गए ऑल्टमैन?

चैटजीपीटी के सीईओ के पद से अचानक ऑल्टमैन को बाहर करने का बड़ा फैसला कंपनी ने क्यों लिया ये सोचने वाली बात है। कंपनी के निदेशक मंडल ने इस फैसले के पीछे की वजह बताते हुए कहा कि उनका कमिन्यूकेशन बेहतर नहीं  था। वो अपनी बात को पूरी तरह से समझा नहीं पाते थे जिसकी वजह से उन्हें अपनी जिम्मेदारी पूरी करने में दिक्कतें आतीं थीं। वह बेहतर कम्यूनिकेशन कर पाने में सक्षम नहीं हैं। कंपनी के बोर्ड को अब ऑल्टमैन पर भरोसा नहीं रहा।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 23 January 2025 at 21:13 IST