अपडेटेड 2 December 2025 at 09:33 IST

Sanchar Saathi App: हर फोन में इंस्टॉल होगा संचार साथी ऐप, सरकार ने कंपनियों को दिए निर्देश, क्या है इस फैसले के पीछे का मकसद?

Sanchar Saathi App: डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। DoT ने सभी स्मार्टफोन कंपनियों को नए फोन में 'संचार साथी' ऐप प्रीलोड करने के निर्देश दिए है। ऐप में आपके मोबाइल, SIM और साइबर फ्रॉड से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान मिलता है।

Saanchar Saathi App
हर फोन में मिलेगा संचार साथी ऐप | Image: Freepik

Sanchar Saathi App: संचार साथी ऐप अब हर भारतीय के मोबाइल फोन में होगा। सरकार ने सभी स्मार्टफोन कंपनियों को नए मोबाइल फोन में इस ऐप को अनिवार्य रूप से प्रीलोड करने के निर्देश दिए है। न तो ये ऐप डिलीट होगी और न ही डिसेबल। आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि फोन निर्माता और आयातक को ये सुनिश्चित करना होगा कि नया फोन चालू करते समय या फिर पहली बार सेटअप करते हुए ही यह ऐप यूजर्स को दिखे। वहीं, पहले से बिक चुके फोन में इस ऐप को सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए उपलब्ध कराना होगा।

सरकार का ये नियम एप्पल से लेकर सैमसंग ओप्पो, वीवो जैसी सभी बड़ी कंपनियों के स्मार्टफोन्स पर लागू होगा। दूरसंचार विभाग (DoT) का कहना है कि हर फोन में संचार साथी ऐप को अनिवार्य करने के पीछे का मकसद साइबर धोखाधड़ी को रोकना, साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करना और जाली या डुप्लीकेट IMEI वाले उपकरणों की समस्या से निपटना है।

निर्देशों में क्या-क्या कहा गया? 

28 नवंबर को जारी निर्देश में कंपनियों से कहा गया है कि भारत में इस्तेमाल के लिए बनाए या इंपोर्ट किए गए सभी मोबाइल हैंडसेट में संचार साथी मोबाइल एप्लीकेशन प्री-इंस्टॉल हो। एप्लीकेशन पहली बार इस्तेमाल करने या डिवाइस सेटअप करने के समय एंड यूजर्स को आसानी से दिखे और एक्सेसिबल हो। इसके फंक्शन डिसेबल या रिस्ट्रिक्टेड न हों। ऐसे सभी डिवाइस जो पहले से बन चुके हैं और भारत में सेल्स चैनल में हैं, उनके लिए मोबाइल हैंडसेट के मैन्युफैक्चरर और इंपोर्टर सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए ऐप को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे। निर्देशों में 90 दिनों में इम्प्लीमेंटेशन पूरा करने और 120 दिनों में रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है।

संचार साथी ऐप सरकार का बनाया गया एक साइबर सिक्योरिटी टूल है। यह ऐप 2023 में एक वेब पोर्टल के तौर पर शुरू हुआ था। वहीं, जनवरी 2025 में दूरसंचार विभाग ने एंड्रॉइड और iOS दोनों के लिए संचार साथी मोबाइल ऐप को लॉन्च किया।

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क्या है संचार साथी ऐप? 

संचार साथी ऐप में आपके मोबाइल, SIM और साइबर फ्रॉड से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान मिलता है। ऐप से यूजर्स देश के सभी टेलीकॉम नेटवर्क पर खोए या चोरी हुए मोबाइल फोन को ब्लॉक कर सकते हैं। जब भी भारत में कही ब्लॉक किए गए फोन का इस्तेमाल होगा, तो कानून प्रवर्तन एजेंसियां उसकी लोकेशन का पता लगा पाएंगी। ऐप में एक ऐसी सुविधा भी है, जो यूजर्स को धोखाधड़ी वाले कॉल, SMS या व्हाट्सएप मैसेज की रिपोर्ट करने का ऑप्शन देती है।

ऐप में क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं? 

यूजर्स संचार साथी ऐप का इस्तेमाल करके अपने नाम पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों की जांच कर सकते हैं। साइबर धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें भी इस ऐप के जरिए की जा सकती है। ऐप में किसी भी मोबाइल IMEI नंबर डालकर जांच की जा सकती है कि फोन चोरी का या ब्लैकलिस्ट तो नहीं है। ये फीचर सेकंड हैंड फोन खरीदते में काम आता है। किसी नंबर से इंटरनेशनल कॉल आता है, तो यूजर उसकी भी रिपोर्ट कर सकते है। अहम बात यह है कि इन सेवाओं के लिए फोन पर OTP वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होगी।

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सरकारी आंकड़ों के मुताबिक संचार साथी ऐप के जरिए अबतक 37 लाख से ज्यादा चोरी या खोए हुए मोबाइल फोन ब्लॉक किए जा चुके हैं। ऐप से 3 करोड़ से ज्यादा धोखाधड़ी वाले कनेक्शन भी बंद हुए।

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Published By : Ankur Shrivastava

पब्लिश्ड 2 December 2025 at 09:33 IST