अपडेटेड 31 May 2025 at 15:01 IST
AMCA प्रोजेक्ट भारत की उभरती ताकत और सैन्य क्षमता का उदाहरण होगा। इसमें कोई दोराय नहीं है कि पाकिस्तान और चीन दोनों मोर्चों पर भारत मुकाबला करने के लिए तैयार है। फिर भी भविष्य के युद्ध तकनीक का ख्याल रखते हुए भारत AMCA प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जिसके आगे पाकिस्तान के साथ चीन के भी रडार सिस्टम फेल हो जाएंगे।
असल में भारत अपना पहला फिफ्थ जेनरेशन का स्टील्थ फाइटर जेट बनाने पर काम कर रहा है, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा। AMCA यानी एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने में सक्षम होगा। हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को सशक्त करने और घरेलू एयरोस्पेस उद्योग को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इस दिशा में एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (AMCA) कार्यक्रम के मॉडल को मंजूरी दी। इसका इंप्लीमेंटेशन एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) की ओर से उद्योग साझेदारी के जरिए किया जाना है।
AMCA फाइटर जेट के निर्माण से भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल होगा, जिनके पास पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान हैं। अभी तक उन देशों में अमेरिका (F-22 रैप्टर और F-35ए लाइटनिंग II), चीन (J-20 माइटी ड्रैगन) और रूस (सुखोई Su-57) शामिल हैं। हालांकि भारत का फाइटर जेट में खास फीचर्स होंगे, जो उसे बहुत खतरनाक बनाएंगे। AMCA फाइटर जेट के जरिए भारत की कोशिश एक स्मार्ट हवाई युद्धनीति और तेजस लाइट फाइटर के साथ संतुलन बनाने की होगी, जिससे दुश्मन पर हर मोर्चे पर जवाब दिया जा सके।
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत में पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने के लिए एएमसीए कार्यक्रम के मॉडल को साहसिक और निर्णायक कदम बताया। उन्होंने कहा कि ये घरेलू एयरोस्पेस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि एएमसीए परियोजना के तहत 5 प्रोटोटाइप विकसित करने की योजना है, जिसके बाद श्रृंखलाबद्ध उत्पादन किया जाएगा। ये मेक-इन-इंडिया कार्यक्रम के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पब्लिश्ड 31 May 2025 at 15:01 IST