अपडेटेड 21 September 2024 at 13:57 IST

विनेश फोगाट ने दुखाया मां का दिल? जब से राजनीति में रखा कदम, बातचीत खत्म! खुद किया बड़ा खुलासा

Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौंटी विनेश फोगाट को लगभग एक महीना हो गया है और इस एक महीने में उनके जीवन में कई बड़े बदलाव आ चुके हैं।

Follow : Google News Icon  
Vinesh Phogat and his mother Premlata Phogat
Vinesh Phogat and his mother Premlata Phogat | Image: X

Vinesh Phogat : पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले से पहले डिस्क्वालिफाई कर दी गईं भारत की पूर्व महिला रेसलर विनेश फोगाट ने एक बड़ा खुलासा किया जिसे सुनकर उनके फैंस को बड़ा झटका लग सकता है। विनेश फोगाट ने कुश्ती का अखाड़ा छोड़ अब राजनीति के गलियारे में एंट्री ली है।

पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौंटी विनेश फोगाट को लगभग एक महीना हो गया है और इस एक महीने में उनके जीवन में कई बड़े बदलाव आ चुके हैं। विनेश के मुताबिक उन्होंने राजनीति में आने का फैसला अचाक से लिया और इस बारे में उनकी मां को कुछ नहीं पता था।

विनेश फोगाट ने किया सनसनीखेल खुलासा

विनेश फोगाट अपनी मां प्रेमलता फोगाट के काफी करीब हैं। सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट ने जब राजनीति का रुख किया तो उनकी मां को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उनके ये सूचना टीवी के जरिए मिली। विनेश ने कहा,

‘मैंने अपनी मां को नहीं बताया था कि मैं राजनीति में जाने वाली हूं। मेरी मां को नहीं पता था कि मैं क्या करने वाली हूं। मैंने जबसे राजनीति में कदम रखा है मेरी उनसे बात नहीं हुई है। पिछली बार मेरी बात उनसे तब हुई थी जब मैं पेरिस ओलंपिक से लौटी थी। उसके बाद हमारे पास समय नहीं था।’

पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौंटी विनेश फोगाट

आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट कुश्ती के फाइनल में क्वालिफाई करने वाली पहली महिला पहलवान थी। फआइनल मुकाबले से पहले जब वजन किया गया तो विनेश 100 ग्राम ज्यादा यानी 100 ग्राम ओवर वेट निकली। जिसके चलते उनको मुकाबले से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। जिसके बाद से उन्होंने सिल्वर मेडल के लिए CAS में अपील डाली और 13 अगस्त को उनकी याचिका खारिज कर दी गई। इसी के साथ विनेश फोगाट ने कुश्ती को अलविदा कह दिया और पेरिस ओलंपिक से खाली हाथ लौटना पड़ा।

Advertisement

विनेश फोगाट ने कुश्ती से क्यों लिया संन्यास?

विनेश फोगाट ने कुश्ती से संन्यास के बारे में बात करते हुए कहा कि, कौन सा ऐसा एथलीट है जो फाइनल तक जाकर खाली हाथ लौटा हो और फिर उसके साथ राजनीति हुई हो। मेरा मेडल मुझसे चुराया गया है। भारतीय सरकार, इंटरनेशनल संस्था और आईओसी हर जगह राजनीति हो रही है। ऐसे में खिलाड़ी किस उम्मीद के साथ खेलना जारी रखे और क्यों? ये कुश्ती का सफर इतना आसान नहीं है, बाहर से कुछ और दिखता है अंदर से कुछ और है।  

ये भी पढ़ें- विनेश फोगाट ने दे डाली खुली चुनौती, कहा- 'ये कहानी मेरे जैसी... लेकिन सिस्टम उन्हें पीछे धकेलता है' | Republic Bharat

Advertisement

Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 21 September 2024 at 12:24 IST