अपडेटेड 12 December 2024 at 23:59 IST
चीन की बादशाहत खत्म... अब भारत का बेटा वर्ल्ड चैंपियन, इतिहास रचने के बाद रोने लगे गुकेश,भावुक VIDEO
विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम दौर में गुकेश ने चीन की बादशाहत खत्म करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया। खिताब को जीतने के बाद गुकेश भावुक होकर रोने लगे।
- खेल समाचार
- 3 min read

Gukesh Won World Chess Championship: भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने गुरुवार को 18 साल की ही उम्र में वो कारनामा कर दिखाया जो किसी भारतीय ने आज तक नहीं किया था। विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम दौर में गुकेश ने चीन की बादशाहत खत्म करते हुए खिताब अपने नाम कर लिया।
इस खिताब को जीतने के बाद से डी गुकेश भावुक होकर रोने लगे। 6.5 अंको के साथ खेल की शुरुआत हुई थी। अंतिम मैच भी ड्रॉ की तरफ बढ़ता दिख रहा था कि तभी लिरेन की एक गलती उनके लिए भारी पड़ गई और गुकेश को जीत दिला गई।
जीत के बाद गुकेश का वीडियो वायरल
11 साल की उम्र में उन्होंने सबसे युवा विश्व चैंपियन बनने का सपना देखा था और आज वो पल आ ही गया। वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद गुकेश का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें यह आंखों में आंसू लिए, अपने मोहरों में वापस उनके स्थान पर रखता हुआ दिख रहा है।
फूट-फूटकर रोए गुकेश
सिंगापुर में हुए इस शतरंज चैंपियनशिप में जैसे ही उन्होंने खिताब जीता, वैसे ही उन्होंने भगवान का शुक्रिया अदा किया और फिर पेपर साइन किए। लेकिन पेपर साइन करने के साथ ही उनके चेहरे के भाव बदल गए। गुकेश की आंखो में आसू आ गए और वे अपने दोनों हाथों से चेहरे को छुपाकर फूट-फूटकर रोने लगे। आखिर गुकेश क्यों न हो भावुक। इस साल का उन्होंने 10 साल का इंतजार किया था।
Advertisement
18 साल की उम्र में गुकेश ने रचा इतिहास
गुकेश ने सिर्फ 18 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतकर इतिहास रच दिया और अपने सपने को पूरा कर लिया। मगर वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद भी उन्होंने खुद को ‘बेस्ट’ मानने से इंकार कर दिया। सिंगापुर में 17 दिनों तक चली चैंपियनशिप में 14 राउंड की कड़ी टक्कर के बाद भारतीय स्टार ने डिफेंडिंग चैंपियन को हरा दिया। दोनों ही खिलाड़ी 13 राउंड के बाद 6.5 – 6.5 पॉइंट्स के साथ बराबरी पर थे। ऐसे में आखिरी राउंड 14 में फैसला होना था और गुकेश ने यहां अपने से ज्यादा अनुभवी खिलाड़ी को हराते हुए चैंपियनशिप अपने नाम कर ली। इस तरह वो सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन भी बन गए।
छोटी उम्र से ही बनना चाहते थे विश्व विजेता
गुकेश जब सिर्फ 11 साल 6 महीने के थे, तब चेस बेस इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने सपने का खुलासा किया था। छोटे से गुकेश ने तब कहा था कि वो बड़े होकर सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बनना चाहेंगे। ठीक 7 साल 2 महीने बाद गुकेश ने वर्ल्ड चैंपियन बनकर बता दिया कि वो सिर्फ सपने देखते ही नहीं हैं, बल्कि उन्हें हूबहू सच भी करते हैं।
Advertisement
गुकेश ने हॉल से निकल कर पिता को गले लगाया
गुकेश जैसे ही मैच हॉल से बाहर निकले, उन्होंने सबसे पहले अपने पिता को जोर से गले लगा दिया और काफी देर तक दोनों एक-दूसरे से लिपटे रहे। पिता के चेहरे पर खुशी तो थी ही, साथ ही अपने बेटे पर गर्व भी था और उसी गर्व के साथ वो गुकेश की पीठ थपथपाते रहे।
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 12 December 2024 at 23:48 IST