अपडेटेड 26 November 2025 at 19:50 IST

Commonwealth Games: 20 साल बाद भारत फिर करेगा कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी, ग्लासगो में ऐलान, जानिए किस शहर में होगा आयोजन

स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हुई कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेम्बली की बैठक में भारत को 2030 Commonwealth Games की मेजबानी का अधिकार औपचारिक रूप से मिल गया है। इसके लिए अहमदाबाद का चयन किया गया है। यह भारत को वैश्विक खेल हब बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

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India To Host 2030 Commonwealth Games: Ahmedabad Set To Make History
20 साल बाद भारत फिर करेगा कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी | Image: Reuters

Commonwealth Games 2030 : 20 साल बाद भारत को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी का अधिकार मिल गया है। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेम्बली की ग्लासगो (स्कॉटलैंड) में आयोजित बैठक में अहमदाबाद को 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) के आयोजन का औपचारिक अधिकार दिया गया। केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस उपलब्धि को भारतीय खेलों के लिए विशाल क्षण बताते हुए इसे राष्ट्र के लिए गौरव का प्रतीक बताया है।

कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन द्वारा आधिकारिक तौर पर भारत को 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी सौंपना एक ऐतिहासिक क्षण है। गुजरात का शहर अहमदाबाद इस बहुप्रतीक्षित आयोजन का केंद्र बनेगा। यह भारत के लिए 20 साल बाद एक बड़ा अवसर है, जब 2010 में दिल्ली ने इस प्रतिष्ठित खेल समारोह की सफल मेजबानी की थी। स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेंबली की बैठक में 74 सदस्य देशों ने भारत के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार किया। 

अहमदाबाद में लगेगी सेंचुरी

कॉनमेवेल्थ गेम्स की शुरुआत 1930 में कनाडा के हैमिल्टन से हुई थी और 2030 का आयोजन इसका शताब्दी संस्करण होगा। इसी के साथ राष्ट्रमंडल खेल अहमदाबाद में सेंचुरी लगाने जा रहे हैं। इससे पहले भारत ने 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की थी। दिल्ली में हुए इन खेलों में करीब 70,000 करोड़ रुपये खर्च हुए थे, जो शुरुआती अनुमान 1,600 करोड़ रुपये से कई गुना अधिक था।

भारत ने पहली बार 1934 में कॉनमेवेल्थ गेम्स में भाग लिया था और तब से कुल 564 पदक जीत चुका है, जिसमें 202 स्वर्ण, 190 रजत और 171 कांस्य शामिल हैं। 2010 दिल्ली गेम्स में भारत ने 101 पदक हासिल कर इतिहास रचा था, जबकि हाल के 2022 बर्मिंघम गेम्स में 61 पदक जीते गए। 2026 के गेम्स ग्लासगो में होंगे, लेकिन 2030 का आयोजन भारत के लिए एक नया अध्याय खोलेगा।

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अबुजा ने भी की थी दावेदारी

अहमदाबाद की दावेदारी नाइजीरिया के अबुजा के खिलाफ थी, लेकिन कॉमनवेल्थ फेडरेशन ने अबुजा को 2034 के लिए चुना। भारत को खेलों की मेजबानी मिलने के बाद असेंबली हॉल में 20 गरबा डांसर और 30 ढोल वाले आकर नाचने-गाने लगे। 

अहमदाबाद का खेल बुनियादी ढांचा

पिछले एक दशक में अहमदाबाद ने खेल सुविधाओं का जबरदस्त विकास किया है। शहर ने पहले ही कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप, एशियन एक्वाटिक्स चैंपियनशिप और AFC U-17 एशियन कप क्वालीफायर जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी की है। आने वाले समय में एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप, एशिया पैरा-आर्चरी कप और 2029 वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स भी यहां होंगे।

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सबसे बड़ा आकर्षण होगा सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का विशाल परिसर, जहां दुनिया का सबसे बड़ा नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम, एक्वाटिक्स सेंटर, फुटबॉल स्टेडियम, इनडोर एरिना और 3,000 एथलीटों के लिए एथलीट्स विलेज जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। ये सभी सुविधाएं न केवल कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयार होंगी, बल्कि भारत को वैश्विक मल्टी-स्पोर्ट हब बनाने में भी योगदान देंगी।

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स भारत के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो न केवल खेल प्रतिभाओं को निखारेगा बल्कि वैश्विक स्तर पर देश की छवि को मजबूत करेगा। 72 देशों के एथलीटों के साथ अहमदाबाद में होने वाला यह आयोजन 2010 दिल्ली के बाद एक नया इतिहास रचेगा। जैसे-जैसे तैयारियां तेज होंगी, खेल प्रेमी बेसब्री से इंतजार करेंगे कि भारत कैसे इस शताब्दी समारोह को यादगार बनाएगा।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 26 November 2025 at 19:35 IST