अपडेटेड 18 August 2024 at 20:14 IST
पाकिस्तान में उठी नई मांग, पेरिस में सिल्वर जीतने वाले नीरज चोपड़ा की मां को बनाया जाए राजकीय अतिथि
पेरिस ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाले नीरज चोपड़ा की मां के लिए पाकिस्तान में उठी अनोखी मांग। नीरज की मां को राजकीय अतिथि बनाने की कही जा रही बात।
- खेल समाचार
- 3 min read

Neeraj Chopra Mother: पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) के जेवेलिन थ्रो प्रतियोगिता में भारत के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने सिल्वर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया। इससे पहले नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता था। पेरिस में जब नीरज ने 89.45 मीटर का थ्रो कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया तो गोल्डन बॉय की मां सरोज देवी (Saroj Devi) ने कहा था कि 'हमें बुरा नहीं लगा, हमारे लिए सिल्वर ही गोल्ड की तरह है। जिसने गोल्ड जीता है (पाकिस्तान के अरशद नदीम) वो भी हमारे बेटे की तरह ही है।'
नीरज चोपड़ा की मां के इस बयान के बाद पाकिस्तान के लोग गदगद हो गए। पाक की जनता नीरज चोपड़ा की मां के इस बयान की जमकर सराहना कर रहे हैं। नीरज की मां के इस बयान के बाद से पाकिस्तान में एक नई मांग उठ रही हैं। पेरिस ओलंपिक के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक रिकॉर्ड स्थापित किया था और गोल्ड मेडल जीता था।
पाकिस्तान में उठी अनोखी मांग
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व संघीय मंत्री बैरिस्टर एतजाज अहसन ने प्रधान मंत्री शाहबाज से नीरज चोपड़ा की मां को राजकीय अतिथि के रूप में पाकिस्तान में आमंत्रित करने का आग्रह किया है। एतजाज अहसन का मानना है कि पाकिस्तान को इस मौके का फायदा उठाना चाहिए और भारत के बीच शांति को बढ़ावा देने के लिए पहल करनी चाहिए, जिससे दुनिया को यह संदेश जाए कि लोग शांति चाहते हैं, युद्ध नहीं। हालांकि, उनकी यह मांग पूरी हो पाएगी या नहीं ये कहा नहीं जा सकता है।
नीरज ने पेरिस ओलंपिक में 89.45 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता। पेरिस ओलंपिक में उनके 6 प्रयास में से यह इकलौता वैध प्रयास था। लगातार दो ओलंपिक खेलों में पदक जीतना किसी भारतीय एथलीट के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। लेकिन नीरज लगातार दो स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए। वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक में 92.97 मीटर का थ्रो करके ओलंपिक रिकॉर्ड अपने नाम करने के साथ गोल्ड मेडल जीता।
Advertisement
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 18 August 2024 at 20:14 IST