अपडेटेड 20 August 2024 at 09:04 IST

विनेश फोगाट फाइनल तक पहुंचीं... फिर भी सिल्वर के लिए क्यों तरसीं? CAS ने बताई असली वजह

CAS Verdict on Vinesh Phogat: विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक में फाइनल तक पहुंचने के बावजूद सिल्वर मेडल क्यों नहीं मिला? CAS ने बताई बड़ी वजह

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CAS full verdict on vinesh phogat why she not get silver medal
विनेश फोगाट को क्यों नहीं मिला सिल्वर मेडल? | Image: AP

CAS Verdict on Vinesh Phogat: पेरिस ओलंपिक 2024 के 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल तक का सफर तय करने के बावजूद विनेश फोगाट मेडल के लिए तरस गईं। गोल्ड मेडल मैच से पहले उनका वजन किया गया जो निर्धारित वजन से 100 ग्राम ज्यादा था। इसके बाद विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया और उनका ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना चकनाचूर हो गया। इस सदमे से बाहर निकलने के बाद उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) से सिल्वर मेडल देने की अपील की थी, लेकिन यहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी।

CAS के इस फैसले का सोशल मीडिया पर विरोध किया जा रहा है। फैंस को ये समझ नहीं आ रहा कि फाइनल में पहुंचने के बाद भी उन्हें कम से कम सिल्वर मेडल क्यों नहीं दिया गया। इसके पीछे की बड़ी वजह ये है कि विनेश फोगाट डिसक्वालीफाई होने से पहले ही फाइनल में पहुंच चुकीं थीं और इस लिहाज से देखें तो उनका रजत पदक पक्का था। अब कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने अपने इस फैसले के पीछे की बड़ी वजह बताई है।

विनेश फोगाट को क्यों नहीं मिला सिल्वर मेडल?

भारतीय स्टार महिला विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल नहीं दिए जाने के पीछे की वजह बताते हुए CAS ने कहा कि एथलीट के लिए समस्या यह है कि वजन सीमा के संबंध में नियम स्पष्ट हैं और सभी प्रतिभागियों के लिए समान हैं। इसके लिए कोई सहनशीलता प्रदान नहीं की गई है - यह एक ऊपरी सीमा है। यह सिंगलेट के वजन की भी अनुमति नहीं देता है। यह स्पष्ट रूप से एक एथलीट पर निर्भर है कि वह यह सुनिश्चित करे कि वे उस सीमा से नीचे रहें।

CAS ने कहा कि उनका मामला ये है कि उनका वजन मात्र 100 ग्राम अधिक था और इसकी छूट मिलनी चाहिए, क्योंकि ऐसा पानी पीने और विशेष रूप से मासिक धर्म से पहले के चरण के दौरान हो जाता है।

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फैसले में इस बात पर भी जोर दिया गया कि विनेश एक अनुभवी पहलवान हैं और इस बात का कोई सबूत नहीं है कि वह वजन की आवश्यकताओं को नहीं समझती थीं।

फैसले में रेखांकित किया गया कि नियमों के अनुच्छेद 7 में, प्रासंगिक रूप से, यह प्रावधान किया गया है कि प्रत्येक प्रतियोगी को अपनी स्वतंत्र इच्छा से भाग लेने वाला माना जाता है और वह खुद के लिए जिम्मेदार है और केवल एक वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने का हकदार है, जो उसके वजन के अनुरूप है। आधिकारिक तौल का समय होता है।

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पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट का सफर

पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश फोगाट महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा में हिस्सा ले रही थीं। स्टार पहलवान ने एक ही दिन तीन 3 रेसलर्स को अखाड़े में चारों खाने चित्त कर फाइनल में जगह बनाई। विनेश ने इस दौरान दुनिया की नंबर-1 रेसलर को भी धूल चटाया। भारत का एक मेडल पक्का हो चुका था लेकिन विनेश जिस अंदाज में खेल रही थीं उसको देखते हुए गोल्ड से कम कुछ भी मंजूर नहीं थी। किसको पता था कि अगली सुबह क्या होने वाला है। फाइनल से पहले विनेश फोगाट का वजन तोला गया और वो 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा निकलीं। इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया मेडल जीतने का सपना चकनाचूर हो गया। डिसक्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) के सामने उन्हें सिल्वर मेडल देने की अपील की लेकिन यहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी क्योंकि CAS ने इस मांग को खारिज कर दिया। 

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 20 August 2024 at 09:04 IST