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Published 23:57 IST, September 4th 2024

हरविंदर सेमीफाइनल में, लगातार पैरालंपिक पदक से एक जीत दूर

हरविंदर सिंह ने लगातार तीरंदाजी पदक जीतने की मुहिम में पेरिस पैरालंपिक की पुरुष रिकर्व ओपन स्पर्धा में लगातार तीसरी जीत से सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

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india gets fourth gold in paris paralympics harvinder singh wins gold in archery
भारत को पैरालंपिक में चौथा गोल्ड | Image: X

Paris Paralympics 2024 : तोक्यो पैरालंपिक के कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह ने लगातार तीरंदाजी पदक जीतने की मुहिम में बुधवार को यहां पेरिस पैरालंपिक की पुरुष रिकर्व ओपन स्पर्धा में लगातार तीसरी जीत से सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

भारत के एकमात्र पैरालंपिक पदक विजेता तीरंदाज हरविंदर ने क्वार्टरफाइनल में कोलंबिया के हेक्टर जूलियो रमीरेज को 6-2 से शिकस्त दी। अब वह सेमीफाइनल में ईरान के मोहम्मद रेजा अरब अमेरी से भिड़ेंगे।

इससे पहले हरविंदर ने चीनी ताइपे के सेंग लुंग हुई को 7-3 से पराजित करने के बाद प्री क्वार्टरफाइनल में इंडोनेशिया के सेतियावान सेतियावान को 6-2 से हराया। हरविंदर आठ अंक की खराब शुरूआत के बाद पहला सेट महज एक अंक (27-28) से गंवा बैठे लेकिन जल्द ही संयम बरतते हुए इंडोनेशियाई प्रतिद्वंद्वी को दबाव में ले आये और लगातार तीन 28 अंक बनाये। सेतियावान 25 और 27 अंक के बाद चौथे सेट में गलत तीर लगाकर सिर्फ 15 अंक ही बना सके।

इससे पहले चीनी ताइपे के तीरंदाज के खिलाफ पहला सेट 25-25 से ड्रा कराने के बाद हरविंदर ने दूसरे सेट में 27-26 की जीत से 3-1 से बढ़त बना ली। तीसरे सेट में लुंग हुई ने 29-26 की जीत से स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। लेकिन लुंग हुई अगले दो सेट में पिछड़ गये और हरविंदर ने संयम बरतते हुए 24-23 और 25-17 से सेट जीतकर मैच अपने नाम किया और अंतिम 16 में स्थान सुनिश्चित किया।

रिकर्व ओपन वर्ग में तीरंदाज 70 मीटर की दूरी से खड़े होकर निशाना लगाते हैं। हरियाणा में अजीत नगर के किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले हरविंदर जब डेड़ साल के थे तो उन्हें डेंगू हो गया था और इसके उपचार के लिए उन्हें इंजेक्शन लगाये गये थे। दुर्भाग्य से इन इंजेक्शन के कुप्रभावों से उनके पैरों की गतिशीलता चली गई। शुरूआती चुनौतियों के बावजूद वह तीरंदाजी में आ गये और 2017 पैरा तीरंदाजी विश्व चैम्पियनशिप में पदार्पण में सातवें स्थान पर रहे।

फिर 2018 जकार्ता एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे और कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में उनके पिता ने अपने खेत को तीरंदाजी रेंज में बदल दिया ताकि वह ट्रेनिंग कर सकें। हरविंदर ने तीन साल पहले तोक्यो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया क्योंकि यह भारत का पहला तीरंदाजी पदक था। तीरंदाजी में सफलता के साथ वह अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री भी ले रहे हें।

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Updated 23:57 IST, September 4th 2024