अपडेटेड 7 August 2021 at 12:55 IST

आखिर क्यों Major Dhyan Chand को कहा गया 'हॉकी का जादूगर'; जानें खेल रत्न पुरस्कार के पांच रोचक तथ्य

आइए नजर डालते हैं मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार की कुछ रोचक तथ्यों पर। 

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PC: Priyankac19/Twitter/PTI | Image: self

Major Dhyan Chand  Khel Ratna Award: भारत में दिया जाने वाला सबसे बड़ा खेल अवॉर्ड 'राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार' का नाम बदल कर अब 'मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार' कर दिया गया है। शुक्रवार, 6 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोगों की मांग को देखते हुए हमने इसका नाम हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यान चंद के नाम करने का फैसला किया है। ऐसे में आइए नजर डालते हैं 'मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार' की कुछ रोचक तथ्यों पर।

कैसे ध्यान चंद बने हॉकी के जादूगर 

1928 एम्सटर्डम ओलंपिक में ध्यान चंद ने अपनी हॉकी स्किल से दुनिया का दिल जीत लिया। इस ओलंपिक में इस महान खिलाड़ी ने 14 गोल मारे और भारत को गोल्ड मेडल जिताया। एम्सटर्डम के एक स्थानीय अखबार ने लिखा कि ये हॉकी नहीं जादू है और ध्यान चंद इसके जादूगर हैं। 

मेजर ध्यान चंद भारतीय हॉकी इतिहास के बादशाह माने जाते हैं। ध्यान चंद ने 1928, 1932 और 1936 ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व किया था। तीनों ही बार भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल जीता था। हॉकी में दुनिया के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक मेजर ध्यान चंद ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 400 से अधिक गोल दागे। 29 अगस्त को उनके जन्मदिन के मौके पर खेल दिवस मनाया जाता है और इसी दिन खेलों से संबंधित सभी अवॉर्ड को सम्मानित किया जाता है। 

कब हुई थी शुरुआत 

खेल से जुड़े सबसे बड़े अवॉर्ड 'खेल रत्न' की शुरुआत 1991-92 में हुई थी। इसका नाम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार रखा गया था। भारतीय चेस प्लेयर विश्वनाथन आनंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले सबसे पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। 

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कितने खिलाड़ियों को मिला है खेल रत्न अवॉर्ड

बता दें कि अबतक कुल 43 भारतीय खिलाड़ियों को इस सर्वश्रेष्ठ खेल अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। हाल ही में क्रिकेटर रोहित शर्मा, टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा, भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट को इस पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है। वहीं हॉकी में धनराज पिल्ले, सरदार सिंह और महिला हॉकी प्लेयर रानी रामपाल को खेल रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। 

चार क्रिकेटर्स को मिल चुका है खेल रत्न पुरस्कार 

बता दें कि महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर खेल रत्न से सम्मानित पहले भारतीय क्रिकेटर बने थे। उन्हें 1998 में इस अवॉर्ड से नवाजा गया था। वहीं पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (2007), विराट कोहली (2018) और रोहित शर्मा (2020) भी खेल के सबसे बड़े पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं। 

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 7 August 2021 at 12:55 IST