अपडेटेड 26 April 2024 at 13:45 IST
थॉमस कप खिताब बरकरार रखने पर भारतीय मेंस बैडमिंटन टीम की नजरें, प्रणय-लक्ष्य ने कसी कमर
भारत बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए ये साल काफी अहम है। भारतीय मेंस बैडमिंटन अपना थॉमस कप खिताब बरकरार रखने के लिए चुनौती का सामना करने वाली है।
- खेल समाचार
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Thomas Cup 2024: भारतीय मेंस बैडमिंटन टीम शनिवार से चीन के चेंगडू में शुरू हो रहे थॉमस कप में एकल खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन के दम पर खिताब बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी, जबकि उबर कप में पीवी सिंधू के बिना युवा महिला टीम की नजरें भी अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ने पर लगी होंगी।
भारत ने दो साल पहले पहली बार थॉमस कप जीतकर तहलका मचाया था। मेंस कैटेगिरी में ये टूर्नामेंट टीम वर्ल्ड चैंपियनशिप की तरह है। अपेक्षाओं के दबाव के बिना भारत ने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों को हराकर भारतीय बैडमिंटन के इतिहास का सुनहरा अध्याय लिखा और अब एक बार फिर उस पर इस प्रदर्शन को दोहराने का दबाव होगा।
'ग्रुप ऑफ डेथ' में भारतीय टीम
बैडमिंटन के बड़े टूर्नामेंट थॉमस कप में भारत को ‘ग्रुप आफ डैथ’ मिला है, जिसमें कई बार के चैंपियन इंडोनेशिया, थाईलैंड और इंग्लैंड है। भारत को पहला मुकाबला थाईलैंड से खेलना है, जिसमें मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन कुंलावुत वितिदसर्न और युवा पी तीरारात्साकुल हैं। तीसरी वरीयता प्राप्त इंडोनेशिया की टीम में जोनाथन क्रिस्टी और एंथोनी जिंटिंग जैसे सितारे हैं, जो मार्च में आल इंग्लैंड फाइनल्स खेल चुके हैं। इनके अलावा मुहम्मद रियान अर्दियांतो और फजर अल्फियान की सातवीं रैंकिंग वाली जोड़ी भी टीम में है।
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एचएस प्रणय ने बताया मुश्किल चुनौती
भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने एक बयान में कहा-
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ये साल मुश्किल होगा। मौजूदा फॉर्म को देखते हुए ज्यादातर टीमों में तीन मजबूत एकल खिलाड़ी और दो डबल्स खिलाड़ी हैं।
दो साल पहले निर्णायक पांचवां एकल मुकाबला जीतने वाले प्रणय इस सीजन के पहले हाफ में फिटनेस समस्याओं से जूझने के बाद आए हैं। उन्होंने हालांकि हाल ही में चीन के लू गुआंग जू को हराकर फॉर्म में लौटने के संकेत दिए हैं। वहीं लक्ष्य सेन फ्रेंच ओपन और आल इंग्लैंड में सेमीफाइनल तक पहुंचे। दो साल पहले सभी 6 मैच जीतने वाले किदांबी श्रीकांत 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स और 2023 एशियन गेम्स में टीम चैंपियनशिप फाइनल हार गए थे।
तीसरे एकल की जिम्मेदारी प्रियांशु राजावत को भी दी जा सकती है, जो बैंकाक में टीम का हिस्सा थे और पिछले साल ओरलियंस सुपर 300 खिताब जीता। वहीं डबल्स में सात्विक साइराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने वर्ल्ड टूर पर लगातार चार फाइनल जीते हैं। उनके अलावा ध्रुव कपिला और अर्जुन एमआर दूसरी जोड़ी होगी।
उबर कप में अष्मिता चालिहा भारत की युवा टीम की अगुवाई करेंगी। बता दें कि भारत के धुरंधर खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक क्वालीफायर खेलने के लिए इस टूर्नामेंट में नहीं खेल रहे हैं। भारत को ग्रुप ए में कनाडा, चीन और सिंगापुर के साथ रखा गया है। टीम में चालिहा के अलावा नेशनल चैंपियन अनमोल खरब, ईशारानी बरूआ और तन्वी शर्मा हैं।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 26 April 2024 at 13:45 IST