Published 16:19 IST, September 14th 2024
मेरे चेहरे पर खून... युवराज के पिता योगराज का फिर बड़ा बयान, क्यों कहा- शेर का बच्चा घास नहीं खाता?
युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह हमेशा अपने विवादित बयानों के लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। अब योगराज सिंह ने अपने पिता के बारे में बड़ा बयान दिया है।
Yograj Singh: टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। योगराज सिंह का हाल ही में एक इंटरव्यू सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में योगराज सिंह टीम इंडिया के पूव कप्तान एमएस धोनी और कपिल देव के बारे में बयानबाजी करते दिख रहे हैं।
अब युवराज सिंह के उसी इंटरव्यू का एक नया क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने अपने पिता के बारे में एक किस्सा बताते हुए बड़ा बयान दिया और कहा कि शेर का बच्चा कभी घास नहीं खाता। इस वीडियो में योगराज सिंह ने ये भी बताया कि उनके पिता ने एक बाघ का शिकार किया था।
योगराज सिंह का क्रिकेट करियर कुछ खास नहीं
योगराज सिंह ने टीम इंडिया के लिए क्रिकेट खेला है लेकिन उनका क्रिकेट करियर इतना सफल नहीं रहा। वे टीम इंडिया के लिए केवल एक टेस्ट और 6 वनडे मुकाबले खेल पाए थे। लेकिन बतौर कोच योगराज सिंह ने अपने बेटे युवराज सिंह को ट्रेनिंग दी और अब वे सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को को ट्रेनिंग देते हैं।
मेरे पिता ने बाघ पर चलाई गोली : योगराज सिंह
योगराज सिंह हार्ड टास्क मास्टर माने जाते हैं। योगराज सिंह से पूछा गया कि यदि कोई आपकी अकादमी में शामिल होना चाहता है, तो उस बच्चे को किस मानसिकता का होना चाहिए? इस पर योगराज सिंह कहते हैं कि,
"सबसे पहले तो अपने अंदर से मौत का डर खत्म कर देना चाहिए। जब मैं तीन साल का था, तो मेरे पिता ने मेरी मां से कहा कि हम बाघ का शिकार करने जा रहे हैं। ये सुनकर मेरी मां डर गई। तब मेरे पिताजी ने कहा अगर यह मर भी गया तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन मैं इसे बाघ की तरह पालूंगा। फिर वे मुझे कालाडूंगी नाम के जंगल में ले गए। मेरे पिताजी बंदूक लेकर चल रहे थे। हम एक जगह पर चट्टान पर बैठे थे। तभी अचानक हमारे सामने एक बाघ आ गया। मेरी मां ने अपनी साँसें रोक ली थी। तब मेरे पिताजी, जो बाघ से केवल छह फीट की दूरी पर थे, उन्होंने गोली मारकर उस बाघ को मार डाला।"
मेरे पिता ने पूरे चेहरे और माथे पर लगाया बाघ का खून: योगराज सिंह
योगराज सिंह ने आगे बताया कि, क्योंकि मैं बच्चा था इस कारण मैं बोल नहीं पा रहा था। तब मेरे पिताजी मेरे पास आए और कहा "बाघ कभी घास नहीं खाता।" उनकी वो आवाज पूरे जंगल में गूंज उठी। फिर उन्होंने मुझे उस बाघ पर बैठाया और उसका खून मेरे पूरे शरीर पर, मेरे होंठों पर और मेरे माथे पर लगा दिया। वो तस्वीर आज भी हमारे घर में है।"
योगराज सिंह ने कहा कि मेरे एकेडमी में ऐसे ही लोग आने चाहिए जो बिना डर के आगे बढ़े। मैने युवराज को भी इसी तरह पाला है।
Updated 16:19 IST, September 14th 2024