अपडेटेड 22 January 2024 at 09:46 IST

Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या पहुंचे विराट कोहली, क्या अनुष्का शर्मा भी आईं साथ?

Virat Kohli Ayodhya: टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने अयोध्या पहुंच चुके हैं।

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virat kohli in ayodhya
विराट कोहली पहुंचे अयोध्या | Image: x/pti

Ram Mandir Pran Pratishtha: सोमवार, 22 जनवरी यानि आज अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होना है। पूरा देश इस लम्हे का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी विराट कोहली भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने अयोध्या पहुंच चुके हैं। रविवार देर रात एक वीडियो तेजी से वायरल हुई जिसमें किंग कोहली की कार को अयोध्या में स्पॉट किया गया।

बता दें कि अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए विराट कोहली के अलावा महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा और एमएस धोनी जैसे दिग्गज क्रिकेटरों को आमंत्रित किया गया है।

प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या पहुंचे विराट कोहली

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देख सकते हैं कि विराट कोहली की कार को अयोध्या में देखा गया। हालांकि, अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिली है कि उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा साथ आईं हैं कि नहीं। इससे पहले विराट कोहली को मुंबई एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए रवाना होते देखा गया था लेकिन उस समय अनुष्का शर्मा उनके साथ नहीं दिखीं थीं।

सचिन तेंदुलकर भी पहुंचेंगे अयोध्या

विराट कोहली के अलावा पूर्व महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर भी राम नगरी में दस्तक देने वाले हैं। सोमवार को सुबह में उन्हें मुंबई एयरपोर्ट से अयोध्या रवाना होते देखा गया। उनके अलावा पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अनिल कुंबले और वेंकटेश प्रसाद भी अयोध्या पहुंच गए हैं।

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प्राण प्रतिष्ठा क्या होती है?

धर्म गुरुओं की मानें तो मूर्ति स्थापना के समय प्रतिमा रूप को जीवित करने की विधि को प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। प्राण शब्द का अर्थ जीवन शक्ति से होता है तो प्रतिष्ठा का मतलब स्थापना है। साफ शब्दों में कहें तो प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ हुआ जीवन शक्ति की स्थापना करना। प्राण प्रतिष्ठा का अर्थ तो जान लिया, आइए अब बताते हैं कि इसका महत्व क्या है। आपको बता दें कि बिना प्राण प्रतिष्ठा के मूर्ति पूजा नहीं होती है। जिस भी देवता या भगवान की प्राण प्रतिष्ठा होती है, वह विग्रह सीधे उस देवता या भगवान के जैसा उसी स्वरूप व एकदम वैसा ही आवतारिक स्वरूप हो जाता है। यह भगवान के साकार स्वरूप की उपासना पद्धति का श्रेष्ठतम तरीका है। मंदिरों में भगवान की मूर्ति पूजा से पहले प्राण प्रतिष्ठा बहुत जरूरी है।

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 22 January 2024 at 09:46 IST