अपडेटेड 2 April 2023 at 07:52 IST
World cup 2011 जीतने के बाद आखिर क्यों Virat Kohli ने Sachin Tendulkar को उठाया था कंधे पर
World Cup 2011 को लेकर Virat Kohli ने शेयर किया अपना अनुभव, Sachin Tendulkar को लेकर किया खुलासा
- खेल समाचार
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2 अप्रैल 2011, क्रीज पर भारतीय कप्तान एमएस धोनी मौजूद थे और पूरे भारत की सांसे थमी हुईं थी। धोनी ने श्रीलंका के नुवान कुलसेकरा की गेंद पर छक्का जड़कर सारे क्रिकेट प्रेमियों के 28 साल के इंतजार को खत्म कर भारत को दूसरा वर्ल्ड कप जिताया। आज ही के दिन 11 साल पहले भारत ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एमएस धोनी की अगुवाई में दूसरा वर्ल्ड कप जीता था। फाइनल मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम की थी। टीम ने ये खिताब मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को समर्पित किया था।
यह वर्ल्ड कप भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए काफी यादगार था। धोनी पूरे टूर्नामेंट में नहीं चल पाए थे, लेकिन वर्ल्ड कप फाइनल में शानदार 91 रनों की नाबाद पारी खेलकर भारत को कप दिलाया था। यह टूर्नामेंट धोनी की शानदार कप्तानी के लिए भी जाना जाएगा। भारत को जीत के लिए 11 गेंदों पर 4 रन चाहिए थे, तब धोनी ने सिक्स लगाकार कप को भारत के नाम कर दिया था। धोनी का वह छक्का शायद ही कोई क्रिकेट प्रेमी भूल पाया होगा। सचिन तेंदुलकर का विश्व विजेता बनने का सपना पूरा हो चुका था। टीम ने मास्टर ब्लास्टर को कंधे पर बिठाकर स्टेडियम का चक्कर लगाया और जश्न मनाया। इस दिन को विराट कोहली ने भी एक बड़ा खुलासा किया है।
वर्ल्ड कप 2011 को याद करते हुए विराट कोहली (Virat Kohli) ने एक इंटरव्यू में कहा, ''कप्तान (MS Dhoni) ने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को लेप ऑफ ऑनर देने के लिए कहा था। मुझे सबसे पहले इस बात की खुशी थी कि हमने विश्व कप जीत लिया। हर खिलाड़ी सचिन के इर्द-गिर्द इकट्ठा हो गया, क्योंकि हम सब जानते थे कि यह उनका आखिरी विश्व कप है। उन्होंने इतने साल देश की सेवा की थी। बहुत से खिलाड़ियों को प्रेरित किया था।'' उन्होंने कहा, ''यह सब लोगों द्वारा उनको दिया गया उपहार था, क्योंकि वह लगातार टीम को क्रिकेट को दे रहे थे। इस बार हमने उन्हें विश्व कप का तोहफा दिया था।''
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बता दें कि इसी साल जनवरी में सचिन तेंदुलकर का '2011 वर्ल्ड कप विनिंग मूमेंट' लॉरेस अवॉर्ड में शामिल किया गया और इसने जीत भी हासिल की। लगभग नौ साल पहले तेंदुलकर अपने छठे विश्व कप में खेलते हुए विश्व खिताब जीतने वाली टीम के सदस्य बने थे। मुंबई में 2 अप्रैल 2011 को वर्ल्ड कप जीतने के बाद सचिन तेंदुलकर को उनके साथी खिलाड़ियों ने कंधों पर उठा लिया था। इसी ऐतिहासिक क्षण को पिछले 20 वर्षों में 'लॉरियस बेस्ट स्पोर्ट मोमेंट' माना गया। इसी की वजह से सचिन तेंदुलकर को ये अवॉर्ड मिला है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
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Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 2 April 2023 at 07:52 IST

