अपडेटेड 30 January 2025 at 14:35 IST
विराट कोहली का क्रेज… सुबह 3 बजे से लाइनें, टॉस के समय 12000 लोग, दिल्ली का रणजी मैच देखने उमड़ी भीड़
दस हजार दर्शकों के आने का कयास लगाया था जो रणजी ट्रॉफी मैच में एक रिकॉर्ड है । कोहली का जादू ऐसा है कि सारे कयास धरे रह गए और इससे कहीं अधिक संख्या में लोग आये।
- खेल समाचार
- 4 min read

इंतजार की घड़ी समाप्त हुई। बहुत कम बार आपने ये देखा होगा कि लाखों भारतीय क्रिकेट फैंस इंटरनेशनल मैच से ज्यादा घरेलू मुकाबले को लेकर बेताब हों। लेकिन ऐसा हो रहा है, वजह हैं विराट कोहली, जो 12 साल के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे हैं। अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली बनाम रेलवे के बीच मुकाबला शुरू हो चुका है। दिल्ली के कप्तान आयुष बडोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया है।
भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली का ‘स्टार पावर’ अरूण जेटली स्टेडियम के भीतर और बाहर देखने को मिला जहां दिल्ली और रेलवे के बीच रणजी ट्रॉफी मैच में उन्हें खेलते देखने हजारों की संख्या में दर्शक उमड़े।
दिल्ली में विराट कोहली का क्रेज
कोहली 13 साल बार रणजी ट्रॉफी मैच खेल रहे हैं । डीडीसीए (दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ ) ने कोहली की ‘घर वापसी’ वाले मैच में करीब दस हजार दर्शकों के आने का कयास लगाया था जो रणजी ट्रॉफी मैच में एक रिकॉर्ड है । कोहली का जादू ऐसा है कि सारे कयास धरे रह गए और इससे कहीं अधिक संख्या में लोग आये ।
खेल 9 . 30 पर शुरू होना था और इससे काफी पहले से दर्शकों की कतारें लगनी शुरू हो गई थी । डीडीसीए ने पहले 6000 की क्षमता वाला ‘ गौतम गंभीर स्टैंड’ खोला लेकिन भीड़ को देखते हुए 11000 की क्षमता वाला ‘बिशन सिंह बेदी स्टैंड’ खोलना पड़ा ।
Advertisement
मैदान पर मौजूद भारत के एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा ,‘‘ मैने रणजी ट्रॉफी में ऐसा कुछ कभी नहीं देखा है । अपने खेलने के दिनों में भी घरेलू क्रिकेट देखने दर्शकों को कम ही आते देखा है । यह सब एक खिलाड़ी के लिये हुआ है ।’’
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला भी उसी जगह से गुजर रहा था जो महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करने राजघाट गए थे । डीडीसीए सचिव अशोक शर्मा ने पीटीआई से कहा ,‘‘ मैं 30 साल से अधिक समय से दिल्ली क्रिकेट से जुड़ा हूं लेकिन रणजी ट्रॉफी मैच में ऐसा नजारा नहीं देखा । इससे साबित होता है कि कोहली की लोकप्रियता का कोई सानी नहीं ।’’
Advertisement
उन्होंने कहा ,‘‘ यह इसलिये भी और चुनौतीपूर्ण हो गया क्योंकि दर्शक उसी समय स्टेडियम में आ रहे थे जब बाहर प्रधानमंत्री मोदी की वीआईपी मूवमेंट थी । कड़े प्रोटोकॉल और पुलिस के निर्देशों के बाद हमें जनता के लिये दूसरा स्टैंड खोलना पड़ा ।’’
गौतम गंभीर स्टैंड खचाखच भरने के बाद बिशन सिंह बेदी स्टेडियम का भी निचला हिस्सा पूरा भर गया । टॉस के समय 12000 से ज्यादा दर्शक मैदान पर थे । ‘कोहली कोहली’ का शोर दूर से ही सुनाई दे रहा था जब भारत के पूर्व कप्तान दिल्ली टीम के अपने साथियों के साथ मैदान पर उतरे ।
कोहली को बल्लेबाजी करते देखने की दर्शकों की उम्मीद तुरंत पूरी नहीं हुई क्योंकि दिल्ली ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी । लेकिन कोहली का मैदान पर होना ही दर्शकों के लिये काफी था ।
कोहली दूसरी स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे और उनकी हर मूवमेंट पर तालियां बज रही थी । वहीं बारहवें ओवर में एक अति उत्साहित दर्शक सुरक्षा घेरा तोड़कर उनकी तरफ भागा और उनके पैर छुए । बाद में सुरक्षाकर्मी उसे बाहर ले गए ।
कोहली के प्रशंसकों के समूह में आये स्कूली बच्चों ने कहा ,‘‘ हमने कोहली को देखने के लिये स्कूल से छुट्टी ली है ।’’ वहीं एक गृहिणी ने कहा ,‘‘ मैं अपने बेटे के साथ सुबह छह बजे ही यहां आ गई थी । मुझे पता नहीं था कि किस गेट से अंदर जाना है । मैं कोहली को खेलते देखने ही आई हूं।’’
विराट कोहली का रणजी में रिकॉर्ड
विराट कोहली ने 2012 में आखिरी बार रणजी ट्रॉफी मैच खेला था। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अब तक 23 मैच खेले हैं। 50.77 की औसत से उन्होंने 1574 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक और 4 अर्धशतक शामिल है।
दिल्ली की जबरदस्त शुरुआत
दिल्ली के कप्तान आयुष बडोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और उनके तेज गेंदबाजों ने इस निर्णय को बिल्कुल सही साबित कर दिया। रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली की वापसी से दिल्ली की टीम एक अलग जोश में दिखाई दे रही है। आखिरी अपडेट मिलने तक रेलवे ने सिर्फ 71 रन बनाए हैं और आधी टीम पवेलियन लौट चुकी है।
Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 30 January 2025 at 14:35 IST