अपडेटेड June 8th 2024, 20:34 IST
IND vs PAK: टी20 वर्ल्ड कप का सबसे रोमांचक मुकाबला भारत-पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। इस मुकाबले में दोनों टीमें जीत हासिल करना चाहेगी। ये मुकाबला 09 जून को न्यूयॉर्क के नसाउ स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मुकाबले में टॉस काफी अहम भूमिका निभाने वाली है।
टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया अपने पहले मुकाबले में जीत हासिल कर चुकी है। टीम इंडिया ने पहले लीग मुकाबले में आयरलैंड को हराकर जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज किया। वहीं पाकिस्तान की शुरुआत इस टूर्नामेंट में काफी खराब रही। पाकिस्तान को अपने पहले मुकाबले में 5 रनों से हार का सामना करना पड़ा। आखिर क्यों भारत-पाकिस्तान में टॉस होगा बॉस तीन कारणों में समझिए।
टी20 वर्ल्ड कप में अभी तक दोनों टीमें 6 बार आमने-सामने आ चुकी हैं। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया और पाकिस्तान दो बार आमने-सामने आई। पहली बार लीग स्टेज में जब दोनों टीमें आमने-सामने आईं तो टीम इंडिया ने बॉल-आउट के जरिए जीत हासिल की थी। इसके बाद फाइनल मुकाबले में धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने जीत हासिल कर टीम इंडिया को पहला वर्ल्ड कप जितवाया था।
उसके बाद से अब तक खेले गए वर्ल्ड कप के सात सीजन में दोनों टीम पांच बार टकराई। आपको जानकर हैरानी होगी कि पांचों बार सेकेंड बैटिंग करने वाली टीम जीती। 2021 में पाकिस्तान ने भारत को एकमात्र वर्ल्ड कप मैच भी रनचेज करते हुए ही हराया था। यानी सेकेंड बैटिंग करने वाली टीम ने 71% मैच जीते हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि न्यूयॉर्क में होने वाले विश्व कप 2024 के महामुकाबले का विजेता टॉस का सिक्का ही तय करेगा।
टी20 के ज्यादात्तर मैच रात में होते हैं, जहां सेकंड बैटिंग करने वाली टीम को ओस के कारण फायदा मिलता है क्योंकि गेंद गीली होने की वजह से बॉलर न तो ग्रिप बना पाता है और न ही गेंद पर कंट्रोल रख पाता है, ऐसे में बल्लेबाज खराब गेंदों पर खुल के शॉट्स खेलते हैं। वैसे 9 जून को होने वाला भारत-पाकिस्तान मैच न्यूयॉर्क के समयानुसार दिन में खेला जाएगा, भारतीय समयानुसार रात 8 बजे से शुरू होगा।
भारत-पाकिस्तान पड़ोसी मुल्क है। दोनों के बीच पॉलिटिकल लड़ाई और सीमा संबंधी विवाद के चलते ये मुकाबले चिर प्रतिद्वंद्विता वाला हो ही जाता है। हाई प्रेशर मुकाबले में दबाव के चलते अक्सर पहले बैटिंग करने वाली टीम पर ज्यादा प्रशर बढ़ जाता है क्योंकि बाद में बैटिंग करने वाली टीम को लक्ष्य पता होता है। पीछा करने वाली टीम के लिए ये सहूलियत हो जाती है कि उसे तय लक्ष्य को ही हासिल करना है और उसके बाद टीम को जीत मिल जाएगी।
न्यूयॉर्क के नसाउ काउंटी इंटरनेशनल स्टेडियम में ड्रॉप-इन पिच का इस्तेमाल हो रहा। इस पिच को बनाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड की मिट्टी का उपयोग किया गया है। ऐसे में पिच को सेट होने में लगभग सालभर का समय लगता है। अब इस पिच की जमकर आलोचना हो रही है। भारत-आयरलैंड मैच में असमान उछाल, बहुत ज्यादा स्विंग और खराब आउटफील्ड देखने को मिली। सुबह के वक्त शुरू होने वाले मैच में गेंदबाजों को मदद मिल रही है, लेकिन दिन चढ़ने के साथ धूप के चलते बैटिंग आसान भी बन रही है। तो इसका मतलब ये हुआ कि टॉस के बाद जो टीम दूसरी पारी में बैटिंग करेगी उसे ज्यादा फायदा मिलेगा।
पब्लिश्ड June 8th 2024, 18:33 IST