अपडेटेड 12 February 2024 at 19:08 IST
सौरभ तिवारी ने क्रिकेट को कहा अलविदा, इस दिन खेलेंगे करीब दो दशक लंबे करियर का आखिरी मैच
भारतीय क्रिकेटर सौरभ तिवारी ने क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। IPL में मुंबई इंडियंस का हिस्सा रहे सौरभ ने रणजी ट्रॉफी के बीच ये फैसला लिया है।
- खेल समाचार
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Saurabh Tiwary has announced his retirement from professional Cricket: भारत के लिए 3 वनडे मैच खेल चुके झारखंड के क्रिकेटर सौरभ तिवारी ने इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लास क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। 34 वर्षीय सौरभ पिछले कुछ समय से घुटने की चोट से परेशान थे, हालांकि वो लगातार घरेलू क्रिकेट खेल रहे थे। सौरभ फिलहाल झारखंड की रणजी टीम के साथ हैं। 15 फरवरी से शुरू हो रहे झारखंड और राजस्थान का रणजी मैच उनके करियर का आखिरी मैच होगा।
हरियाणा के खिलाफ झारखंड की हार के बाद भावुक सौरभ ने अपनी संन्यास की घोषणा करते हुए कहा
मैं एक ऐसा लड़का रहा हूं, जिसने स्कूलिंग से पहले ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। आज इतने लंबे सफर को अलविदा कहना थोड़ा मुश्किल जरूर है, लेकिन मुझे ये भी पता है कि इस फैसले का ये बिल्कुल सही समय है। मुझे ऐसा लगता है कि अगर आप नेशनल टीम में शामिल नहीं हो सकते या फिर IPL में नहीं हैं तो यही ठीक है कि राज्य की टीम में युवा लड़कों के लिए जगह खाली की जाए। हमारी स्टेट की टीम में अभी युवाओं को भरपूर मौका दिया जा रहा है और इस कारण से मेरा ये फैसला काफी लाजिमी भी है।
34 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा-
आगे मैं क्या करूंगा, ये सवाल हमेशा पूछा जाता है, लेकिन जवाब एक ही है कि मुझे सिर्फ क्रिकेट ही आता है तो मैं उसी से जुड़ा काम करूंगा। राजनीति में जाने के लिए मुझे ऑफर आया था, लेकिन उसके बारे में मैंने सोचा नहीं है। मेरे लिए क्रिकेट का सबसे अच्छा पल अंडर-15 के दौरान आया था। तब मेरे पिता सुनील कुमार तिवारी ने मुझे गोद में उठाया था और मैंने तभी अपना पहला शतक लगाया था।
बता दें कि झारखंड के जमशेदपुर से आने वाले सौरभ ने साल 2006 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना शुरू किया था। वो 2007-08 में विराट कोहली के नेतृत्व वाली अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का भी हिस्सा थे। इसके बाद सौरभ ने घरेलू क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया और IPL में मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया। साल 2010 में उन्होंने IPL में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए ‘इमर्जिंग प्लेयर ऑ़फ द टूर्नामेंट’ का खिताब भी जीता था। 2010-11 का साल सौरभ के लिए काफा महत्वपूर्ण रहा था। IPL में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद उन्हें भारत की वनडे टीम में भी बुलावा आया। वहीं घरेलू क्रिकेट में उनकी कप्तानी में झारखंड की टीम ने विजय हजारे ट्रॉफी जीत कर सबको चौंका दिया था।
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Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 12 February 2024 at 19:08 IST