अपडेटेड 16 February 2024 at 10:31 IST

Sarfaraz Khan Father: बेटे का डेब्यू तो पिता को मिला यादगार तोहफा, क्या BCCI ने शुरू की नई परंपरा?

जब सरफराज को इंडियन कैप मिला तो उनके पिता भावुक हो गए। ये वही लम्हा था जिसका इंतजार उन्होंने सालों से किया था। वो खुश थे लेकिन उससे ज्यादा इमोशनल।

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Sarfaraz Khan's father elated by son's achievements
Sarfaraz Khan's father elated by son's achievements | Image: BCCI

Sarfaraz Khan Debut: हिन्दी में एक बहुत पुरानी कहावत है- इंतजार का फल मीठा होता है। अगर उस इंतजार के दौरान आप मंजिल तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करते रहे और फिर आपको उसका इनाम मिले तो उसका स्वाद ही कुछ अलग है। इंग्लैंड के खिलाफ चल रहे तीसरे टेस्ट में सरफराज खान को डेब्यू करने का मौका मिला। पिछले 2-3 सालों से डोमेस्टिक क्रिकेट में धमाल मचाने के बाद आखिरकार उन्हें इंडियन कैप पहनने का मौका मिला। इस यादगार लम्हे का गवाह बनने के लिए उनके पिता मैदान में मौजूद थे।

जब सरफराज को इंडियन कैप मिला तो उनके पिता भावुक हो गए। ये वही लम्हा था जिसका इंतजार उन्होंने सालों से किया था। वो खुश थे लेकिन उससे ज्यादा इमोशनल। नौशाद ने अपने बेटे को गले से लगाया और उनकी आंखें नम हो गई। इसके बाद वो हुआ जिसे देखने के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस बेहद खुश हैं और बीसीसीआई की जमकर तारीफ कर रहे हैं।

सरफराज का डेब्यू पिता के लिए बना यादगार

सरफराज खान ने अपने डेब्यू मैच में बल्ले से कमाल किया। वो जब तक क्रीज पर थे ऐसा लग ही नहीं रहा था कि कोई अंग्रेज गेंदबाज उन्हें आउट कर सकता है। हुआ भी ऐसा ही। 62 रनों की शानदार पारी के बाद वो रवींद्र जडेजा की गलत कॉल के कारण रन आउट हुए। इस दौरान उनके पिता नौशाद को कमेंट्री बॉक्स में बुलाया गया।

लोकप्रिय हिन्दी कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने जब सरफराज खान के डेब्यू पर पिता की फीलिंग पूछी तो नौशाद ने दिल जीत लिया। उन्होंने कहा, ''रात को वक्त चाहिए गुजरने के लिए, लेकिन सूरज मेरी मर्जी से नहीं निकलने वाला।''

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फैंस ने की BCCI की तारीफ

सरफराज खान के पिता को पहले मैदान में और फिर कमेंट्री बॉक्स में देखकर भारतीय फैंस बेहद खुश हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा कि अगर बीसीसीआई ने ये नई परंपरा शुरू की है तो ये तारीफ योग्य है क्योंकि एक खिलाड़ी को टीम इंडिया की ड्रेसिंग रूम तक पहुंचाने में माता-पिता की बहुत कुर्बानी होती है। फैंस ने कहा कि उम्मीद है कि अब जब भी कोई खिलाड़ी भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करेगा तो उनके माता या पिता को कमेंट्री बॉक्स में बुलाकर इस यादगार लम्हे के बारे में सवाल किया जाएगा ताकि इससे और भी युवा प्लेयर्स प्रेरणा ले सके। 

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 16 February 2024 at 10:21 IST