अपडेटेड 17 December 2022 at 17:01 IST
Sachin Tendulkar ने जब इस वजह से ठुकरा दिया विज्ञापन, 'मास्टर ब्लास्टर' ने खुद खुलासा कर बताई बड़ी बात
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने शारजाह (Sharjah) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 131 गेंदों में 143 रन बनाकर तहलका मचा दिया।
- खेल समाचार
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एक जमाने में क्रिकेट का मतलब भारत में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) हुआ करता था। जी हां हम बात कर रहे हैं 90 के दशक की जब 'मास्टर ब्लास्टर' के नाम से मशहूर सचिन अपनी बैटिंग से भारतीय फैंस का दिल जीत लिया करते थे। वैसे तो सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू करने के बाद से ही क्रिकेट की दुनिया में अपनी पहचान बना ली थी, लेकिन 1998 में शारजाह में हुए एक मैच में उन्होंने एक ऐसी ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसने भारतीय क्रिकेट को एक अलग दिशा दे दी।
सचिन तेंदुलकर ने शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैच में 131 गेंदों में 143 रन बनाकर तहलका मचा दिया। इसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और एक से बढ़कर एक मैच जिताऊ पारी खेली।
जब सचिन तेंदुलकर से विज्ञापन करने से कर दिया इनकार
सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा कि शारजाह दौरे के तुरंत बाद उन्हें एक विज्ञापन की पेशकश की गई थी, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया क्योंकि स्क्रिप्ट क्रिकेट के लिए अपमानजनक थी। सचिन ने खुलासा किया कि शारजाह से लौटने के ठीक बाद, उन्हें एक विज्ञापन दिया गया था जिसमें क्रिकेट की गेंदें उनकी ओर आ रही थीं और वह उन्हें फ्लाई स्वैटर से पार्क के बाहर मार रहे थे।
सचिन ने कहा कि उन्होंने विज्ञापन को क्रिकेट के प्रति अपमानजनक पाया और इसलिए उन्होंने निर्माताओं से स्क्रिप्ट बदलने के लिए कहा और ऐसा नहीं करने पर ऐड छोड़ने की धमकी दी।
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सचिन तेंदुलकर ने इंफोसिस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान होस्ट गौरव कपूर से कहा, ''यह 1998 में शारजाह में डेजर्ट स्टॉर्म टूर के बाद हुआ था। हम वापस आए और प्रायोजकों में से एक विज्ञापन शूट करना चाहता था जहां क्रिकेट की गेंदें मुझ पर आ रही थीं और मैं उन्हें स्टेडियम के बाहर मार रहा था। इसलिए, मैंने विज्ञापन को ठुकरा दिया, मैंने कहा कि आपको स्क्रिप्ट बदलनी होगी क्योंकि यह मेरे खेल का अपमान है और मैं अपने खेल की पूजा करता हूं। मैं इस विज्ञापन की शूटिंग नहीं कर रहा हूं।''
मास्टर ब्लास्टर ने आगे कहा कि ''सौभाग्य से, उन्होंने स्क्रिप्ट किया। मुझे नहीं लगता कि उस विज्ञापन को शूट करने के बाद मैं घर वापस जा पाता या यहां तक कि अपने कोच के पास भी वापस जा पाता। यह कुछ ऐसा नहीं था जो उन्होंने मुझे सिखाया था। उन्होंने सही मूल्यों को मन में बैठाया और मैं उन मूल्यों पर कायम हूं।''
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Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 17 December 2022 at 17:01 IST