अपडेटेड 3 November 2024 at 23:09 IST
श्रीलंका और भारत में टीम के फ्लॉप प्रदर्शन के बाद गौतम पर उठे 'गंभीर' सवाल, क्या करेंगे कोच?
श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में करारी हार ने गौतम गंभीर को भारतीय टीम का हेड कोच नियुक्त होने के बमुश्किल 3 महीने बाद ही भारी दबाव में डाल दिया है।
- खेल समाचार
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Gautam Gambhir: श्रीलंका और न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला में अभूतपूर्व हार ने गौतम गंभीर ( Gautam Gambhir ) को भारतीय टीम का हेड कोच नियुक्त होने के बमुश्किल तीन महीने बाद ही भारी दबाव में डाल दिया है।
गंभीर (Gambhir) को काफी धूमधाम से भारतीय टीम के कोच पद पर नियुक्त किया गया था। उन्हें इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया दौरे ( Australia Tour) के लिए चयन समिति की बैठक में भी शामिल किया गया था। भारतीय टीम के साथ उनके शुरुआती रिपोर्ट कार्ड से साफ पता चलता है कि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज के लिए चीजें अच्छी नहीं दिख रही हैं।
गंभीर (Gambhir) को टीम चयन मामलों में भी काफी छूट दी गई है और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अगर टीम के प्रदर्शन में बड़ा सुधार नहीं होता है तो आने वाले समय में टीम से संबंधित मुद्दों पर उतनी अहम भूमिका नहीं निभा पाएंगे।
गंभीर के नाम दर्ज हुए ये शर्मनाक रिकॉर्ड
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गंभीर के कमान संभालने के तुरंत बाद, भारत 27 सालों में पहली बार श्रीलंका से एकदिवसीय श्रृंखला हार गया और फिर न्यूजीलैंड ने रविवार को घरेलू टेस्ट में अपनी टीम का 3-0 से सफाया कर दिया। भारत का इससे पहले कभी भी तीन या उससे अधिक मैचों की श्रृंखला में सूपड़ा साफ नहीं हुआ था।
पिच के चयन को लेकर उठ रहे सवाल
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टीम के साथ कोच केवल योजना ही बना सकता है, लेकिन स्पिनरों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी जानने के बावजूद मुंबई में पूरी तरह से स्पिनरों की मददगार पिच के चयन करने पर उन पर सवाल उठ रहे हैं। गंभीर हर परिस्थिति में खिलाड़ियों से एक ही जैसा रवैया चाहते है, जिसे भारतीय क्रिकेट से करीब से जुड़े लोगों के लिए भी समझना मुश्किल है।
इन रणनीतिक कदमों को गलत ठहराया जा रहा
मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट की दूसरी शाम तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को नाइट वॉचमैन के रूप में भेजने और पहली पारी में सरफराज खान को आठवें नंबर पर भेजने पर सहमति कुछ ऐसे रणनीतिक कदम हैं, जिन पर हर कोई सवाल उठा रहा है।
BCCI के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा-
गौतम गंभीर को ऐसा अधिकार दिया गया जो उनसे पहले के कोचों रवि शास्त्री और राहुल द्रविड़ के पास नहीं था। BCCI के नियम कोच को चयन समिति की बैठकों का हिस्सा बनने की अनुमति नहीं देते हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे की चयन बैठक के लिए एक अपवाद था। दौरे की अहमियत को देखते हुए हेड कोच को इसमें भाग लेने की अनुमति दी गई थी।
दिल्ली और KKR (कोलकाता नाइट राइडर्स) के तेज गेंदबाज हर्षित राणा और आंध्र और एसआरएच के ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी उन दो खिलाड़ियों में शामिल है, जिन्हें गंभीर की मांग पर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए टीम में चुना गया है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला गंभीर के लिए एक कठिन परीक्षा होगी, क्योंकि उन्हें कुछ दिग्गज खिलाड़ियों का बचाव करने के साथ उन्हें आईना दिखाना पड़ सकता है, क्योंकि बोर्ड की उन पर पैनी नजर है।
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 3 November 2024 at 23:09 IST