अपडेटेड 31 March 2024 at 20:40 IST
'रणजी टीम की बस में सवारियों को बैठाना चाहते थे ड्राइवर और कंडक्टर', द्रविड़ ने सुनाया मजेदार किस्सा
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने एक पुराना और मजेदार किस्सा शेयर किया है। वहीं उन्होंने कर्नाटक की 1974 की रणजी टीम की तारीफ की है।
- खेल समाचार
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Rahul Dravid Share Interesting Story: IPL का रोमांच जारी है। फैंस पर दुनिया की इस सबसे लोकप्रिय T20 लीग का खुमार छाया हुआ है। आगामी T20 वर्ल्ड कप के लिहाज से IPL का ये सीजन बहुत अहम है। ऐसे में खिलाड़ी भी जी जान लगा रहे हैं। इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ भी सक्रिय नजर आ रहे हैं।
राहुल द्रविड़ ने हालांकि भारतीय टीम नहीं, बल्कि रणजी ट्रॉफी को लेकर बात की है। द्रविड़ ने 1974 रणजी ट्राफी जीतने वाली कर्नाटक टीम के सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि ये खिलाड़ी सभी के लिए प्रेरणा थे। रणजी ट्राफी से जीआर विश्वनाथ, सैयद किरमानी, ब्रजेश पटेल, ईरापल्ली प्रसन्ना और बीएस चंद्रशेखर जैसे चैंपियन निकले हैं, लेकिन इनमें से कोई भी द्रविड़ जितना चमकदार नहीं रहा है, लेकिन द्रविड़ ने इन सबकी जमकर तारीफ की है। वहीं द्रविड़ ने एक मजेदार किस्सा शेयर किया है।
जब रणजी टीम की बस में सवारियों को बैठाना चाहता था ड्राइवर
पूर्व भारतीय कप्तान द्रविड़ ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा-
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जीआरवी सर मेरे पहले मैनेजर थे। एक बार हम एक मैच के लिए विशाखापटनम गए थे और आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने हमें 20-25 किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन से लेने के लिए बस की व्यवस्था की थी। तब बस ड्राइवर और कंडक्टर ने कहा कि बस में केवल 15 खिलाड़ी ही हैं तो रास्ते में लोगों को लेकर अतिरिक्त पैसा कमाया जा सकता है। मुझे याद है विशी सर चिल्ला रहे थे कि नहीं, नहीं, आप ऐसा नहीं कर सकते।
कर्नाटक 1974 रणजी टीम की तारीफ
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द्रविड़ ने बेंगलुरु में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कर्नाटक की 1974 की रणजी टीम की जमकर तारीफ की। बता दें कि 1974 में कर्नाटक रणजी चैंपियन बनी थी। उन्होंने कहा-
हम सभी के लिए रणजी ट्राफी की जीत एक प्रेरणा थी। हमारे अंडर-15 और अंडर-17 दौरों में हम केवल यही सुनते थे कि कैसे कर्नाटक ने मजबूत बंबई को सेमीफाइनल में हराया।
द्रविड़ ने 1974 रणजी ट्राफी टीम के खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए आयोजित समारोह में कहा-
इससे कर्नाटक क्रिकेट और देश की बाकी टीम के लिए दरवाजे खोल दिए कि बंबई को हराना संभव है। कर्नाटक क्रिकेट इन सभी दिग्गजों के कंधों पर ही आगे बढ़ा। उस समय मुंबई की टीम 15 सीजन में पहली बार रणजी ट्राफी फाइनल में जगह नहीं बना सकी थी।
राजस्थान को हराकर कर्नाटक बना था चैंपियन
बता दें कि फाइनल में कर्नाटक ने राजस्थान को 185 रन से हराया था, जिसमें कप्तान प्रसन्ना ने शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 9 विकेट चटकाए थे, जिससे टीम ने पहला रणजी ट्राफी खिताब जीता था। सेमीफाइनल में कर्नाटक के लिए विश्वनाथ और ब्रजेश ने शतक जड़े थे, जबकि प्रसन्ना और चंद्रशेखर ने मिलकर 9 विकेट चटकाए थे।
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 31 March 2024 at 20:39 IST