अपडेटेड 26 January 2024 at 15:34 IST
प्राण प्रतिष्ठा के बाद Gyanvapi पर दानिश कनेरिया ने दिया बड़ा बयान, पाकिस्तान में लग जाएगी आग!
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दे दिया है, जिससे पाकिस्तान उबल जाएगा।
- खेल समाचार
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Danish Kaneria on Gyanvapi: राम नगरी अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) के बाद अब पूरे देश की नजर वाराणसी की ज्ञानवापी (Gyanvapi) मस्जिद पर है। भारतीय पुरातत्व विभाग यानि ASI की ताजा सर्वे में साफ हुआ हो गया है कि मंदिर को हटाकर यहां मस्जिद बनाई गई थी। ASI की ये ताजा रिपोर्ट हिंदू और मुस्लिम पक्ष, दोनों को सौंप दी गई है, लेकिन मुस्लिम पक्ष सच मानने को तैयार नहीं है।
इस मामले में अब पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) ने प्रतिक्रिया दी है। दानिश ने प्राण प्रतिष्ठा के बाद ज्ञानवापी पर ऐसी बात बोल दी है, जो कट्टरपंथियों को चुभ जाएगी। पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने ज्ञानवापी पर बड़ा बयान दिया है, जिससे पाकिस्तान में आग लग जाएगी।
ज्ञानवापी पर क्यों बोले दानिश कनेरिया?
भारतीय मूल के पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया हिंदू धर्म को मानते हैं और अक्सर सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म को लेकर आवाज बुलंद करते रहते हैं। पहले अयोध्या राम मंदिर और अब दानिश ने वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर दो टूक बात की है। दानिश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में जवाब में लिखा-
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अयोध्या तो अभी शुरुआत है, मुझे विश्वास है कि हम वो दिन देख पाएंगे जब काशी विश्वनाथ इस अवैध अतिक्रमण से मुक्त हो जाएगा।
ज्ञानवापी केस पर ASI की रिपोर्ट
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद की ASI रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है। रिपोर्ट में मस्जिद से पहले मंदिर होने की बात कही गई है। रिपोर्ट में मस्जिद के तहखानों में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां मिलने का दावा किया गया है। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने ASI की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद से पहले यहां मंदिर था। मस्जिद को औरंगजेब के शासनकाल में बनाने के साक्ष्य मिले हैं, लेकिन मुस्लिम पक्ष रिपोर्ट के दावे को खारिज कर रहा है। इस पर अब पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने कट्टरपंथियों को आगाह कर दिया है कि काशी विश्वनाथ अवैध अतिक्रमण से मुक्त होगा।
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Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 26 January 2024 at 15:32 IST