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Published 09:03 IST, October 12th 2024

अजय जडेजा को लेकर बड़ी खबर, जामनगर राजघराने के वारिस घोषित; जामसाहब ने खुद बनाया उत्तराधिकारी

टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी अजय जडेजा जामनगर राजघराने के अगले वारिस बनाए गए हैं। खुद शत्रुशल्यसिंहजी ने उन्हें उत्तराधिकारी बनाने का ऐलान किया है।

Reported by: DINESH BEDI
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former indian cricketer ajay jadeja name announced as jam saheb heir
अजय जडेजा बने जामनगर रियासत के उत्तराधिकारी | Image: X/FB

Indian Cricketer Name Announced as Jam Saheb's heir: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय बांग्लादेश के खिलाफ T20 सीरीज खेल रही है। वहीं न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए भी टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है, लेकिन इन सबके बीच एक स्टार भारतीय क्रिकेटर को बड़ी खुशखबरी मिली है।

दरअसल पूर्व भारतीय दिग्गज क्रिकेटर अजय जडेजा की जामनगर के राजसी परिवार में एंट्री हुई है। जामनगर के महाराजा ने उन्हें अपना वारिस घोषित किया है।

जडेजा बने जाम नगर रियासत के उत्तराधिकारी

अजय जडेजा को गुजरात की जामनगर रियासत का उत्तराधिकारी घोषित किया गया है। जामनगर के शाही परिवार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जाम साहब के वारिस के तौर पर जडेजा के नाम का ऐलान किया है। जाम साहब शत्रुशल्यसिंहजी महाराज ने खुद इस ऐतिहासिक फैसले की घोषणा की है। 

क्या बोले जामनगर के महाराजा शत्रुशल्यसिंहजी?

जामनगर के महाराजा शत्रुशल्यसिंहजी की ओर से शुक्रवार को एक पत्र जारी कर अजय जडेजा को जामनगर राजघराने का अगला वारिस घोषित किया गया है। 

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जाम साहब का पत्र (X)

पत्र में शत्रुशल्यसिंहजी ने कहा- 

मुझे खुशी है कि अजय जडेजा नवानगर के नए जाम साहब होंगे। मुझे लगता है कि ये जामनगर की जनता के लिए आशीर्वाद रूप होगा। 

बता दें कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा जामनगर के ही रहने वाले हैं। वो नवानगर रियासत से संबंध रखते हैं। जडेजा पहले से ही जाम साहब शत्रुशल्यसिंहजी के करीबी रहे हैं और माना जाता था कि वही अगले जाम साहब होंगे। 

एक नजर जडेजा के क्रिकेट करियर पर

53 साल के अजय जडेजा भारतीय क्रिकेट टीम के शानदार खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। उनके क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो वो साल 1992 से 2000 तक टीम इंडिया का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने इस दौरान भारत के लिए कुल 211 इंटरनेशनल मैच खेले और कुछ में टीम के उप कप्तान भी रहे। जडेजा ने 196 वनडे मैचों में 5359, जबकि 15 टेस्ट मैचों में 576 रन बनाए। एक प्रख्यात भारतीय क्रिकेटर होने के अलावा जडेजा शाही जामनगर परिवार के वंशज हैं। मैच फिक्सिंग में नाम आने के बाद जडेजा के क्रिकेट खेलने पर बैन लग गया था। 2003 में हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने उन पर बैन हटा दिया था, लेकिन जडेजा इसके बाद क्रिकेट नहीं खेल पाए। वो IPL में कई टीमों के मेंटॉर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अफगानिस्तान को भी कोचिंग दी थी। 

पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा ने 2023 वनडे वर्ल्ड कप में मेंटॉर की भूमिका के लिए अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) से फीस लेने से इनकार कर दिया था।

कैसा रहा जामनगर के वारिस का इतिहास?

जानकारी के मतुबाक मौजूदा जाम साहब शत्रुशल्यसिंहजी निसंतान हैं। इस वजह से उन्होंने पूर्व क्रिकेटर जडेजा को अपना वारिस चुना है। जाम साहब शत्रुशल्यसिंहजी के पिता दिग्विजय सिंह थे, जिन्होंने 33 साल तक जामनगर रियासत संभाली। उनके चाचा रणजित सिंहजी ने गोद लिया था और अपना वारिस बनाया था। बता दें कि मशहूर भारतीय घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी जाम साहब रणजितसिंह के नाम पर ही खेली जाती है। अजय जडेजा भी रणजितसिंहजी और दिलिप सिंहजी के परिवार से ही आते हैं। यही वजह है कि शत्रुशल्यसिंहजी ने आधिकारिक तौर पर जडेजा को अपना वारिस घोषित किया है। 

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Updated 09:03 IST, October 12th 2024