अपडेटेड 25 February 2024 at 22:32 IST

तलेगांव में रोजाना 140 ओवर बल्लेबाजी करके टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार हुए ध्रुव जुरेल

ध्रुव जुरेल ने रोज नेट में 4 घंटे स्पिन का सामना करने के अलावा सैकड़ों थ्रोडाउन और 14 अलग-अलग गेंदबाजों के खिलाफ खेलकर टेस्ट किकेट के लिए खुद को तैयार किया।

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Dhruv Jurel
Dhruv Jurel | Image: AP

Dhruv Jurel: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में प्रभावित करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने रोजाना नेट सत्र में चार घंटे स्पिन का सामना करने के अलावा सैकड़ों थ्रोडाउन और 14 अलग-अलग गेंदबाजों के खिलाफ खेलकर टेस्ट किकेट के लिए खुद को तैयार किया।

राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में पदार्पण करने वाले जुरेल ने रविवार को चौथे टेस्ट की पहली पारी में 90 रन की जुझारू पारी खेलकर भारतीय टीम में अपना दावा मजबूत किया। आगरा के 23 साल के जुरेल ने 18 महीने कड़ी मेहनत करके खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार किया और ‘महेंद्र सिंह धोनी जैसी खेल की समझ’ के लिए महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी उनकी सराहना कर चुके हैं।

मुंबई के पूर्व बल्लेबाज और राजस्थान रॉयल्स के हाई परफॉर्मेंस निदेशक जुबिन भरूचा ने उस प्रक्रिया के बारे में बात की जिसका जुरेल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत से पहले तलेगांव में रॉयल्स की हाई परफॉर्मेंस अकादमी (एचपीसी) में ट्रेनिंग के दौरान पालन किया। यशस्वी जायसवाल को भी तैयार कर चुके भरूचा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम प्रारूप (टी20, एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय या टेस्ट मैच) पर ध्यान दिए बिना पिछले 18 महीनों से तैयारी कर रहे हैं और इस दौरान ध्यान सिर्फ इस बात पर रहा कि कैसे और कहां रन बनाए जाएं।’’

वर्ष 1990 के दशक की शुरुआत और मध्य में मुंबई की बेहद मजबूत टीम के लिए रवि शास्त्री, सचिन तेंदुलकर, संजय मांजरेकर और विनोद कांबली के साथ खेलने वाले भरूचा ने एक अविश्वसनीय आंकड़ा पेश किया। उन्होंने बताया, ‘‘(पदार्पण) टेस्ट मैच से ठीक पहले वह तलेगांव में राजस्थान रॉयल्स एचपीसी आए और एक दिन में 140 ओवर तक बल्लेबाजी की। स्पिन की अनुकूल विभिन्न सतहों पर चार घंटे से अधिक समय लगा। यह अभ्यास सत्र जायसवाल के लंबे सत्र से मेल खाता था।’’

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टेस्ट मैच में एक दिन में 90 ओवर होते हैं, यानी 540 गेंदें और अतिरिक्त गेंद, लेकिन 140 ओवर में प्रभावी रूप से एक दिन में 840 गेंदें होती हैं। यह कैसे संभव हुआ, इस बारे में पूछने पर भरूचा ने प्रक्रिया समझाई। उन्होंने कहा, ‘‘सभी (गेंदबाज और थ्रोडाउन कराने वाले) एक साथ खड़े होते हैं। और क्रम में गेंद फेंकते हैं। यह फ्लिक के लिए एक थ्रो, फिर कट, पुल, स्ट्रेट ड्राइव के क्रम में होता है। हम कई सतह (स्पिन की अनुकूल, घास वाली, उछाल वाली, गीले सीमेंट वाली) पर कई प्रकार की गेंदों (रबर, टेनिस, क्रिकेट) और कई प्रकार के बल्लों (भारी/हल्के/पतले आदि) के साथ इसे करते हैं।’’

भरूचा ने कहा, ‘‘इसके भीतर भी हमारे पास एक समूह है जो इसे हाथ से करता है और दूसरा समूह इसे वेंजर (थ्रोडाउन उपकरण रोबोआर्म) के साथ करता है। उनके बाद स्पिनर और फिर तेज गेंदबाज होते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक नेट सत्र में लगभग 14 लोग थ्रो और गेंदबाजी करते हैं। यह पारंपरिक तरीके के विपरीत जहां (उदाहरण के लिए) तीन स्पिनर और तीन तेज गेंदबाज गेंदबाजी करते हैं। इस तरह हमने ध्रुव के लिए एक दिन के अभ्यास में 140 ओवर पूरे किए।’’

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जुरेल के अंडर-19 और उत्तर प्रदेश टीम के साथी कार्तिक त्यागी ने राजस्थान रॉयल्स के ट्रायल के लिए उनके नाम की सिफारिश की थी। एक अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज और अंडर-19 विश्व कप चैंपियन (2018) टीम के सदस्य आर्यन जुयाल ने भी ट्रायल में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन भरूचा स्पष्ट थे कि उन्हें किसे चुनना है।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 25 February 2024 at 22:32 IST