अपडेटेड 21 November 2024 at 18:49 IST
AUS v IND: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में नंबर-3 के लिए ये है पुजारा की पहली पसंद
भारत के टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए नंबर-3 पर बल्लेबाजी के लिए अपनी पसंद बताई है।
- खेल समाचार
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Border Gavaskar Trophy: ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजी आक्रमण का उसकी सरजमीं पर कई बार सफलतापूर्वक सामना कर चुके चेतेश्वर पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में महत्वपूर्ण तीसरे स्थान पर लोकेश राहुल के बल्लेबाजी करने का समर्थन किया और कहा कि आक्रामक बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल वह करने में सक्षम हैं जो डेविड वार्नर उस समय करते थे जब अपने खेल के शीर्ष पर थे।
BGT को लेकर क्या बोले पुजारा?
5 मैचों की टेस्ट सीरीज शुक्रवार से पर्थ में शुरू होगी। पुजारा ने ‘स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम’ में कहा-
मुझे बल्लेबाजी क्रम नहीं पता। मैं राहुल को नंबर-3 पर पसंद करूंगा, क्योंकि उनके पास वहां बल्लेबाजी करने का अनुभव है।
राहुल के ओपनिंग करने के ज्यादा चांस
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राहुल के हालांकि युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने की उम्मीद है, जबकि कर्नाटक के देवदत्त पडिक्कल को बाएं-दाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाए रखने के लिए नंबर-3 पर उतारा जा सकता है।
पुजारा ने कहा-
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ऐसा लगता है कि टीम बाएं-दाएं हाथ के संयोजन के लिए नंबर तीन पर देवदत्त (पडिक्कल) को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने पांचवें और छठे नंबर तथा मध्य क्रम में बल्लेबाजी की है। पारी का आगाज करने की तुलना में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना आसान होगा। अगर वह नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकते हैं तो ये अच्छा होगा।
जायसवाल की जमकर की तारीफ
भारत की टेस्ट टीम से बाहर पुजारा ने जायसवाल की प्रशंसा की और उनकी बल्लेबाजी की तुलना ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज वार्नर से की। पुजारा ने कहा-
भारत के सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में से एक... मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में उन्हें बहुत कुछ साबित करना होगा। मुझे पता है कि अगर हमें जीतना है तो वह इस श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण में से एक होगी। वह वैसी ही भूमिका निभा सकते हैं जैसी डेविड वार्नर ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए निभाते थे।
पुजारा ने कहा कि युवाओं को आत्मविश्वास के साथ और असफलता के डर के बिना खेलना चाहिए। ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में शॉर्ट-पिच गेंदों से निपटने के बारे में पुजारा ने कहा कि बल्लेबाजों को उन गेंदों की पहचान करनी होगी जिन्हें उन्हें छोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा-
बल्लेबाज के तौर पर आपको अपनी ताकत को समझना होगा। हम अक्सर हुक शॉट खेलते हैं जिन्हें खेलने में हम सक्षम नहीं होते। भारतीय पिचों पर अधिकतर शॉर्ट-पिच गेंद कंधे के स्तर से नीचे होती हैं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में वे अक्सर कंधे की ऊंचाई से ऊपर होती हैं। बल्लेबाज के तौर पर आपको यह पहचानना होगा कि किन गेंदों को छोड़ना है और किनको खेलना है। कंधों से नीचे की गेंद को आप पुल कर सकते हैं लेकिन आपको शॉट पर नियंत्रण रखना होगा। कभी आप गेंद को छोड़ते हैं तो कभी पुल करते हैं। आपके पास कोई तय नियम नहीं हो सकता - आपको बस गेंद को देखना है और स्थिति के अनुसार खेलना है।
कोहली के फॉर्म पर पुजारा का बयान
विराट कोहली भले ही खराब फॉर्म से गुजर रहे हों लेकिन पुजारा का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया में उनकी पिछली सफलता उन्हें हालात बदलने में मदद करेगी। उन्होंने कहा-
कोहली से बहुत उम्मीदें हैं। वो जितने मैच खेल रहे हैं, उन्हें बीच में पर्याप्त ब्रेक नहीं मिल पाता। यही कारण है कि कभी-कभी जब आपको पर्याप्त ब्रेक नहीं मिलते हैं तो आपका शरीर थक जाता है और आत्मविश्वास थोड़ा कम हो जाता है। ये सामान्य है। उन्हें कुछ ब्रेक मिले हैं। उन्हें प्रतिस्पर्धा करना पसंद है। अगर कोई उन पर हमला करता है तो वो गेंदबाजों को जवाब देना चाहेंगे - इसी तरह से उन्होंने अपनी यात्रा शुरू की। मुझे पूरा विश्वास है कि एक बार जब वह अच्छा प्रदर्शन करने लगेंगे तो उन्हें खेल में कुछ समय बिताना होगा। वह सब कुछ करने में सक्षम हैं। हमेशा आगे बढ़कर नेतृत्व करते हैं, यह 50-60-70 रन बनाने के बारे में है। अगर वह शतक बनाते हैं तो उनके लिए आगे की श्रृंखला शानदार होगी।
पंत की भूमिका पर बोले पुजारा
ऋषभ पंत 2020-21 श्रृंखला में भारत की जीत के सूत्रधार रहे और इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने दो साल पहले एक भयानक कार दुर्घटना से बचकर वापसी की है। पुजारा को लगता है कि बाएं हाथ का यह बल्लेबाज अब काफी समझदार हो गया है और सभी की नजरें उस पर होंगी। उन्होंने कहा-
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को बाएं हाथ के बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने में थोड़ी परेशानी होती है। उसे खेलते हुए देखने में एक अलग तरह का आनंद है। वह एक आक्रामक खिलाड़ी है जो गेंदबाजों पर दबाव डालता है। जब वे रन रोकने की कोशिश करते हैं तो उसके लिए अपना स्वाभाविक खेल खेलना आसान हो जाता है। उस साझेदारी में ऋषभ के साथ जो भी बल्लेबाजी करेगा, वह महत्वपूर्ण होगा। नंबर पांच या छह पर बल्लेबाजी करते हुए गेंद थोड़ी पुरानी होने के बावजूद वह आक्रामक क्रिकेट खेलता है। वह एक सत्र में पूरे मैच को बदल सकता है।
पुजारा ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया इस बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को जीतने का प्रबल दावेदार है क्योंकि भारत को हाल में घरेलू टेस्ट श्रृंखला में न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में संतुलन को देखते हुए घरेलू हालात में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी है। चोटों और रोहित की अनुपस्थिति ने हमारे संतुलन को बिगाड़ दिया है। लेकिन क्या हम श्रृंखला जीत सकते हैं? निश्चित रूप से हम जीत सकते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है। अगर मुझे भविष्यवाणी करनी है तो ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला जीतने का प्रबल दावेदार है।’’
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 21 November 2024 at 18:49 IST