कश्मीर के अंतिम फेज का चुनाव बदल गया है। बिना प्रचार किए भी महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला माहौल बना रहे हैं। तो आपको बता दें कि हसन नसरल्ला, इस्माइल हानिया और कासिम सुलेमानी आतंकी थे। आतंकी सगंठन चलाते थे इसलिए वो मारे गए।