पूछता है भारत: पूरी दुनिया ने देखा कि कैसे क्रिकेट के दीवाने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों के लिए अपनी जान तक जोखिम में डाल रहे थे। लेकिन उन क्रिकेटर्स को, जिनके लिए फैंस इतना उत्साहित थे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ा कि उनके फैंस जीवित हैं या मर रहे हैं। क्रिकेटर्स जश्न मनाते रहे, जबकि फैंस इस दौरान मौत के मुंह में गए। इस जश्न में केवल क्रिकेटर्स ही शामिल नहीं थे, बल्कि वे राजनेता भी मौजूद थे जिन्होंने अपनी ताकत के दम पर सत्ता हासिल की है, लेकिन किसी को भी जनता की कोई परवाह नहीं थी।