एकनाथ शिंदे ने इन पक्तियों के जरिए साफ कर दिया कि वो महाराष्ट्र में काम करने के लिए हर वो काम करेंगे जो जरूरी होगा। लेकिन सीएम की तरह नही बल्कि एक कॉमन मैन की तरह। इसी के साथ एकनाथ शिंदे ने सारे समीकरणों, सार सस्पेंस खत्म कर दिया जो महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में सबसे बड़ा डिबेट का विषय था। महाराष्ट्र का सीएम कौन बनेगा। महाराष्ट्र में महायुति को प्रचंड जीत तो मिल गई, लेकिन मुख्यमंत्री पद पर फैसला अब तक नहीं हो सका है। सीएम पद को लेकर बना सस्पेंस अब तक बरकरार है। सियासी कयासबाजियों के बीच आज इसे लेकर फैसला हो सकता है। महाराष्ट्र में महायुति की महाविजय के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रहा विवाद अब सामने आ चुका है। मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बरकरार है